डीएनए हिंदी: Gurpatwant Singh Pannun Assassination Plot- अमेरिका ने दावा किया है कि उसने अपनी धरती पर खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नूं की हत्या की योजना फेल कर दी है. कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि अमेरिकी प्रशासन ने न केवल पन्नूं की हत्या की योजना फेल कर दी, बल्कि इस योजना में नई दिल्ली का हाथ होने की आशंका के चलते भारत को चेतावनी भी दी है. हालांकि भारत सरकार ने इन रिपोर्ट्स पर अब तक कोई कमेंट नहीं किया है.
कौन है गुरपतवंत सिंह पन्नूं
गुरपतवंत सिंह पन्नूं खुद को प्रतिबंधित आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस का चीफ बताता है. अमेरिका में रहने वाला पन्नूं भारत के खिलाफ वीडियो जारी करता रहता है, जिसमें वह लोगों को पंजाब के टुकड़े कर अलग खालिस्तान देश बनाने के लिए भड़काता रहता है. कनाडा समेत कई देशों में खालिस्तान के समर्थन में जनमत संग्रह जैसे आयोजन कराने के पीछे भी पन्नूं का ही दिमाग माना जाता है. पन्नूं पेशे से वकील है और उसने अमेरिकी नागरिकता हासिल कर रखी है. हाल ही में उसने एयर इंडिया का जहाज हाईजैक करने और भारत-ऑस्ट्रेलिया के फाइनल मैच में बम ब्लास्ट कराने की धमकी दी थी. भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने उसके खिलाफ कई मुकदमे दर्ज कर रखे हैं, जिनमें वह फरार अपराधी घोषित है.
निज्जर की हत्या से पहले होना था पन्नूं का मर्डर
मीडिया रिपोर्ट्स में यह स्पष्ट नहीं है कि पन्नूं की हत्या की साजिश का पर्दाफाश करने में अमेरिका की संघीय जांच एजेंसी (FBI) का हाथ है या नहीं और इस मामले में अब तक कोई गिरफ्तारी हुई है या नहीं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, पन्नूं की हत्या की जिस साजिश को फेल करने की बात हो रही है, वो एक अन्य खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या से पहले का मामला है. निज्जर की हत्या कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया स्टेट में इस साल जून में एक गुरुद्वारे के बाहर गोलियों से भूनकर कर दी गई थी. सितंबर में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने निज्जर की हत्या में भारत सरकार का हाथ होने का दावा अपनी संसद में किया था, जिसे भारत सरकार खारिज कर चुकी है. हालांकि इससे दोनों देशों के कूटनीतिक संबंध खराब हो गए हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, निज्जर की हत्या का मामला उछलने के बाद अमेरिका ने पन्नूं की हत्या की साजिश फेल करने की जानकारी अपने कुछ सहयोगी देशों के साथ साझा की थी.
पीएम मोदी के अमेरिकी दौरे पर उठा था मुद्दा
रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया जा रहा है कि पीएम नरेंद्र मोदी के इस साल जून में वॉशिंगटन पहुंचने पर अमेरिका उनके सामने यह मुद्दा उठाकर विरोध जताया था. पीएम मोदी अमेरिका के हाईप्रोफाइल स्टेट गेस्ट बनकर पहुंचे थे. रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया गया है कि अमेरिकी संघीय अभियोजकों ने इस मामले में कम से कम एक कथित साजिशकर्ता के खिलाफ अभियोजन का सीलबंद लिफाफा तैयार किया था. हालांकि यह सीलबंद लिफाफा कनाडा में निज्जर मर्डर केस की छानबीन अधूरी होने के कारण अब तक नहीं खोला गया है. रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि इस लिफाफे में जिस आदमी की तरफ इशारा किया गया है, वो पहले ही अमेरिका छोड़ चुका है.
पन्नूं को भी पता है हत्या की साजिश का
गुरपतवंत सिंह पन्नूं को भी अपनी हत्या की साजिश का पता है. पन्नूं ने फाइनेंशियल टाइम्स से बातचीत में यह बात मानी है. पन्नूं ने कहा है कि वह अमेरिकी धरती पर अपनी जान को खतरे के मुद्दे पर प्रतिक्रिया देने की बात अमेरिका के ऊपर छोड़ रहा है.
विदेशी धरती पर निपट चुके हैं भारत के कई 'वॉन्टेड'
भारत के कई वॉन्टेड आतंकी पिछले 1-2 साल में विदेशी धरती पर मारे जा चुके हैं. इन आतंकियों की हत्याएं पाकिस्तान, कनाडा और ब्रिटेन में हुई हैं. ऐसे करीब एक दर्जन आतंकी अब तक खत्म किए जा चुके हैं. इन सभी की हत्या का आरोप भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ (RAW) पर लगा है. हालांकि भारत ने इसे लेकर कभी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
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