डीएनए हिंदी: धरती के बेहद करीब से गुजरा सबसे चमकदार धूमकेतु (Comet) की मौत हो गई है. लियोनार्ड (Leonard) नाम का यह धूमकेतु आकाश में कई दिनों तक चमकता रहा है. सूर्य से यह धूमकेतु लगातार दूर जा रहा है. लियोनार्ड धूमकेतु को C/2021 A1 के नाम से भी जाना जाता है.
सूर्य की नजदीकी ऑर्बिट (Orbit) को भी यह पार कर चुका है. यह धूमकेतु विघटित हो रहा है और इसके कई हिस्से गायब हैं. लियोनार्ड धूमकेतु साल 2021 में धरती के करीब से गुजरा था. कई दिनों तक यह चमकता भी नजर आया था.
लियोनार्ड धूमकेतु अब अपने मूल न्यूक्लियस (Nucleus) से भी विघटित हो रहा है. न्यूक्लियस मिसिंग होने की वजह से धूमकेतु की चमक खत्म हो रही है. यह धीरे-धीरे यह अंतरिक्ष से अदृश्य हो जाएगा. धीरे-धीरे यह धूमकेतु धूल और गैस में बदल जाएगा क्योंकि यह अपनी कक्षा में घूमते-घूमते विघटित हो रहा है.
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धूमकेतु के देखे जा सकते हैं अवशेष
लियोनार्ड धूमकेतु को ग्रेगरी लियोनार्ड (Gregory Leonard) ने खोजा था. धूमकेतु के अवशेष दक्षिणी गोलार्ध (Southern Hemisphere) में सुबह देखा जा सकते हैं. इसे देखने के लिए बेहद शक्तिशाली दूरबीन की जरूरत पड़ती है.
क्यों खास है यह धूमकेतु?
ग्रेगरी लियोनार्ड ने EarthSky से बातचीत में कहा था कि यह कई अलग-अलग चार्ज्ड पार्टिकल्स से इस धूमकेतु की टेल बनी थी, इसे आयन के तौर पर जाना जाता है. 3 जनवरी 2021 को धूमकेतु नजर आया था, जिसके बाद यह ओझल होता गया. इस धूमकेतू की टेल बेहद अलग थी जो खूबसूरती से नजर आ रही थी. यह अब तक देखे गए कुछ बेहतरीन धूमकेतुओं में से एक था.
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अब नहीं दिखेगा सबसे चमकीला धूमकेतु
लियोनार्ड धूमकेतु की पूछ हरें रंग की नजर आई थी. यह धूमकेतु बेहद गर्म था. वैज्ञानिकों का मानना था कि इसमें सायनाइड और डायटोमिक कार्बन की मात्रा ज्यादा थी. यही वजह है कि यह टूट रहा है. यह धूमकेतु दिसंबर 2021 के अंत में ज्यादा चमकीला नजर आया था फिर धीरे-धीरे गायब होने लगा. अब यह खत्म हो रहा है.
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