डीएनए हिंदी: रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग का आज चौथा दिन है. एक तरफ रूसी की सेना यूक्रेन पर चौतरफा हमला करने को तैयार है, दूसरी तरफ यूक्रेन भी पीछे हटने या भागने की बजाय आखिरी दम तक लड़ने के लिए डटा हुआ है. ऐसे में दुनिया भर से अलग-अलग तरीकों से यूक्रेन के साथ एकजुटता दिखाने की कोशिशें भी की जा रही हैं.
ऐसी ही एक कोशिश के तहत यूनाइटेड किंगडम सहित कई अन्य देशों ने अपनी पहचान से जुड़े मशहूर लैंडमार्क्स को यूक्रेनी झंडे के रंगों में तब्दील कर दिया. इसके पीछे मकसद था यह दिखाना कि इस मुश्किल समय में हम यूक्रेन के साथ खड़े हैं.
25 फरवरी को 'लंदन आई' को यूक्रेनी झंडे से जुड़े नीले और पीले रंगों की रोशनी से सजाया गया था. इसी तरह नेल्सन कॉलम को भी इन्हीं रंगों से रोशन किया गया.
अमेरिका में भी यूक्रेन के साथ एकजुटता दिखाने के लिए न्यूयॉर्क सिटी की स्टेट बिल्डिंग को रोशन किया गया.
इसके अलावा दुनिया भर में जिन इमारतों को यूक्रेन के साथ एकजुटता दिखाने के लिए रोशन किया गया उनमें एफिल टॉवर, रोम का कोलोसियम, बुडापेस्ट का मशहूर फिशरमैंस बैस्टन, जर्मनी का लुडविस्बर्ग पैलेस और इटली के मिलान का प्लाजो मरिनो पैलेस शामिल है.
बता दें कि अमेरिका और ब्रिटेन समेत दुनिया के 28 देश यूक्रेन की मदद के लिए सामने आए हैं. अमेरिका ने जहां कल ही 350 करोड़ डॉलर की आर्थिक मदद का ऐलान किया था, वहीं जर्मनी ने यूक्रेन को एक हजार एंटी टैंक और सतह से हवा में मार करने वाली 500 स्टिंगर मिसाइल देने का फैसला किया है. कल यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की. भारत ने शांति स्थापित करने के लिए हर संभव मदद देना का भरोसा दिया है.
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