डीएनए हिंदीः मंकीपॉक्स वायरस (Monkeypox Virus) को लेकर WHO चिंतित है. WHO के मुताबिक ऑस्ट्रेलिया, बेल्जियम, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, नीदरलैंड, पुर्तगाल, स्पेन, स्वीडन, यूके और यूएस में मंकीपॉक्स के मामले सामने आये हैं. यूके हेल्थ सिक्युरिटी एजेंसी ने मंकीपॉक्स के मामले (Monkeypox Treatment) बढ़ने पर समलैंगिक और यौन संबंधों के लिए पुरूषों एवं महिलाओं के प्रति आकर्षित रहने वाले (बायसेक्सुअल) लोगों को चेतावनी दी है. ब्रिटेन में अब तक 7 लोगों में संक्रमण के मामले मिल चुके हैं. 7 में से 4 मरीज गे (Gay) और बायसेक्सुअल (Bi-sexual) पाए गए हैं.
क्या है मंकीपॉक्स वायरस?
यह बीमारी मंकीपॉक्स नाम के वायरस से फैलती है. इसका संक्रमण इंसानों में होने वाले चेचक से काफी मिलता-जुलता है. अमेरिकी स्वास्थ्य एजेंसी CDC के मुतााबिक, मंकीपॉक्स की खोज 1958 में बंदरों के एक ग्रुप में की गई थी. इसलिए इसका नाम मंकीपॉक्स रखा गया. इंसानों में मंकीपॉक्स का पहला मामला डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कॉन्गो में 1970 में सामने आया.
ये भी पढ़ेंः Monkeypox : अमेरिका और इंग्लैंड के साथ इन देशों में भी आ चुकी है यह बीमारी, क्या India भी है लिस्ट में शामिल ?
क्या हैं मंकीपॉक्स के लक्षण?
यूरोपीय क्षेत्र में यूएन स्वास्थ्य एजेंसी के निदेशक डॉक्टर हैंस क्लूगे के मुताबिक आमतौर पर इस रोग में, बुखार, त्वचा पर दाने और लिम्फ नोड्स में सूजन जैसे लक्षण सामने आते हैं. कई बार शरीर में दर्द और त्वचा पर फोड़े निकल आते हैं. शरीर पर लाल-लाल चकत्ते भी पड़ जाते हैं. ज्यादातर मामलों में संक्रमित मरीज बिना किसी उपचार के ठीक हो जाते हैं.
WHO एक्सपर्ट का कहना है कि स्पेन और बेल्जियम में आयोजित दो रेव पार्टी में समलैंगिकों और अन्य लोगों के बीच सेक्सुअल एक्टीविटीज की वजह से बीमारी का प्रसार हुआ है. मंकीपॉक्स पहले अफ्रीका के बाहर नहीं फैला था, जहां पर ये स्थानीय स्तर बीमारी थी. हेमन ने कहा, हम जानते हैं कि मंकीपॉक्स तब फैल सकता है, जब संक्रमित के करीबी संपर्क में कोई आता है और यौन संबंधों की वजह से इस बीमारी का प्रसार और बढ़ जाता है.
ये भी पढ़ेंः Monkeypox Update: 1958 में हुई थी मंकीपॉक्स की पहचान, इन जानवरों से इंसानों में फैला यह वायरस
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.