डीएनए हिंदी: रूसी पुलिस ने रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण के चौथे दिन देश भर में दो हज़ार से अधिक लोगों को गिरफ़्तार किया है. गिरफ्तार किए जाने वाले रूसी लोग राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन(Vladimir Putin) के इस कदम का विरोध कर रहे थे. गौरतलब है कि रूसी राष्ट्रपति पर अपने विरोधियों के खिलाफ सख़्त कदम उठाने का आरोप रहा है. चौथे दिन हुई दो हज़ार से अधिक गिरफ्तारियों के बाद अब तक रूस(Russia) में युद्ध विरोध की वजह से गिरफ़्तार किये हुए नागरिकों की संख्या बढ़कर पांच हज़ार से ऊपर हो गई है. मॉस्को में रायट पुलिस की संख्या अक्सर प्रदर्शन करने वालों से अधिक देखी गई है.
कई प्रदर्शनकारी नारे लिखे हुए प्लेकार्ड्स लेकर चल रहे थे जिसमें युद्ध के ख़िलाफ़ और शान्ति के पक्ष के सन्देश लिखे हुए था. कुछ प्रदर्शनकारियों ने 'एनफ' लिखा हुआ मास्क भी पहन रखा था.
गिरफ़्तारी के लिए भी तैयार हैं रूसी युद्ध विरोधी प्रदर्शनकारी
एक स्वतंत्र टीवी चैनल Dozhd की एक रिपोर्टर को भी इस प्रदर्शन के दौरान गिरफ़्तार किया गया जबकि उक्त रिपोर्टर ने प्रेस लिखी हुई जर्सी पहन रखी थी और पुलिस से इजाज़त लेकर प्रदर्शन की कवरेज कर रही थी.
रूस (Russia)की गलियों और सड़कों पर प्रदर्शन करने के लिए निकलते लोग ज़ोर-ज़ोर से युद्ध के ख़िलाफ़ नारे लगाते हैं. कई प्रदर्शनकारियों ने वे पोस्टर भी पकड़ रखे थे जिनमें 'नो टू वॉर', 'रशियन गो होम' और 'पीस टू यूक्रेन' लिखा हुआ था.
एक प्रदर्शनकारी व्लादिमीर विलोखोनोव ने एक अन्तर्राष्ट्रीय अखबार से बात करते हुए बताया कि "युद्ध का विरोध करने वाले हम केवल कुछ सौ या हज़ार लोग हैं जबकि हमें लाखों में होना चाहिए थे. 35 वर्षीय विलोखोनोव एक इंजीनियर हैं. "
पच्चीस साल की अल्योना एक बैग में अपना सामान भरकर लाई थीं. यह प्रदर्शन के दौरान गिरफ्तार किये जाने की आशंका के तहत उनकी जेल के दिनों की तैयारी थी. अल्योना ने खुलकर कहा कि इस प्रदर्शन में शामिल होना वह अपना कर्तव्य मानती हैं. वह बताती हैं , नारों के शोर को दबाने के लिए रायट पुलिस ज़ोर शोर से देशभक्ति के गाने बजाती रहती है.
रूस (Russia) के विरोध में दुनिया भर से यूक्रेनियन लोगों के मार्च की ख़बरें आ रही हैं. इस दरमियान रूस और यूक्रेन के बीच वार्ता की शुरुआत हो गई है.