डीएनए हिंदी: देश की राजधानी दिल्ली के नाम एक अनचाहा रिकॉर्ड दर्ज हुआ है. लगातार दूसरे साल दिल्ली दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी (World's most polluted capital city) बन गई है. स्विस संगठन आईक्यू एयर द्वारा तैयार और मंगलवार को जारी वल्र्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट 2020 में यह बात कही गई है.
हालांकि रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि 2019 के मुकाबले 2020 में दिल्ली की वायु गुणवत्ता में सुधार हुआ है, बाबजूद इसके दिल्ली दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में 10वें नंबर पर और राजधानी शहरों में पहले नंबर पर है.
दिल्ली के अलावा दुनिया के 50 सबसे प्रदूषित शहरों में भारत के 21 शहर और आते हैं. इनमें उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद, बुलंदशहर, बिसरख जलालपुर, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, कानपुर, लखनऊ, मेरठ, आगरा और मुजफ्फरनगर, राजस्थान में भिवाड़ी, हरियाणा में फरीदाबाद, जींद, हिसार, फतेहाबाद, बंधवाड़ी, गुड़गांव, यमुनानगर, रोहतक और धारुहेड़ा और बिहार में मुजफ्फरपुर का नाम शामिल है.
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रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया में सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर चीन का शिंजियांग है. उसके बाद शीर्ष 10 में से 9 शहर भारत के हैं. दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में गाजियाबाद दूसरे स्थान पर है. उसके बाद बुलंदशहर, बिसरख जलालपुर, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, कानपुर, लखनऊ और भिवाड़ी का नंबर आता है. इन शहरों में प्रदूषण का स्तर पीएम 2.5 के आधार पर मापा गया है. रिपोर्ट में कोविड-19 लॉकडाउन के प्रभावों और दुनिया भर में पीएम 2.5 प्रदूषकों में आए बदलाव को भी बताया गया है.
भारत में प्रदूषण के मुख्य कारक परिवहन, खाना पकाने के लिए ईंधन जलाना, बिजली उत्पादन, उद्योग-धंधे, विनिर्माण कार्य, कचरा जलाना और समय-समय पर पराली जलाया जाना हैं.
जानकारी के अनुसार, यह रिपोर्ट दुनिया के 106 देशों के पीएम 2.5 डेटा पर आधारित है जिसे ग्राउंड पर निगरानी स्टेशनों द्वारा मापा जाता है.
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