डीएनए हिंदी: भारत से भागकर तथाकथित अलग देश 'यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ कैलासा' (USK) बसाने का दावा करने वाले नित्यानंद (Nithyananda) को बड़ा झटका लगा है. अमेरिका ने एक सिस्टर सिटी एग्रीमेंट को रद्द कर दिया है. दरअसल, अमेरिकी राज्य न्यूजर्सी के शहर नेवार्क ने 12 जनवरी को कैलासा के साथ एक सिस्टर सिटी एग्रीमेंट किया था. इस अग्रीमेंट को नित्यानंद ने सोशल मीडिया पर शेयर किया था और दावा किया था कि अमेरिका ने उसके देश को मान्यता दे दी है.
नेवार्क की संचार विभाग की प्रेस सचिव सुजैन गैरोफलो ने कहा कि उन्हें कैलासा की हकीकत के बारे में नहीं पता था. जब उन्हें पता चला तो नेवार्क शहर ने 18 जनवरी को एक्शन लेते हुए सिस्टर सिटी समझौते को रद्द कर दिया. गैरोफलो ने अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि नेवार्क शहर विभिन्न संस्कृति के लोगों के साथ साझेदारी करने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि एक-दूसरे के साथ कनेक्टिविटी, समर्थन और आपसी सम्मान को बेहतर किया जा सके.
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क्या होता है सिस्टर स्टेट एग्रीमेंट?
सिस्टर स्टेट एग्रीमेंट एक राज्य की दूसरे देश के साथ, एक शहर का दूसरे शहर और दो समुदायों के बीच एक व्यापक आधारित, दीर्घकालिक साझेदारी होती है. यह तब होता है जब दो शहरों के निर्वाचित या नियुक्त अधिकारी एक समझौते पर हस्ताक्षर करते हैं. एक शहर में कई सिस्टर सिटीज हो सकती हैं. जिसमें सामाजिक भागीदारी निभाने वालों की संख्या सैंकड़ों तक हो सकती है.
रेप का आरोपी है नित्यानंद
बता दें कि स्वामी नित्यानंद बलात्कार और यौन उत्पीड़न के कई मामलों में आरोपी है. वह जेल जाने के डर से 2019 में भारत छोड़कर भाग गया था. वह तब से ही अलग देश बसाने का दावा कर रहा था. उसके तथाकथित देश 'यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ कैलासा (USK)' की लोकेशन तो सामने नहीं आई, लेकिन उसने अपना पासपोर्ट और झंडा लॉन्च कर दिया. इसके लिए उसने रिजर्व बैंक ऑफ कैलासा भी शुरू कर ली. नित्यानंद खुद को भगवान शिव का अवतार मानता है.
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