Pakistan Elections 2024: Imran Khan ने भारत से हारे जनरल के पोते को बनाया Pakistan PM पद का दावेदार, जाने कौन हैं Omar Ayub

Written By कुलदीप पंवार | Updated: Feb 15, 2024, 03:38 PM IST

Pakistan New Prime Minister: पाकिस्तान में इमरान के विरोधी नवाज शरीफ पहले ही अपने भाई शहबाज शरीफ को प्रधानमंत्री चेहरा घोषित कर चुके हैं.

Pakistan News in Hindi: पाकिस्तान में 8 फरवरी को हुए आम चुनाव के बाद नई सरकार के गठन पर चल रहा राजनीतिक गतिरोध और ज्यादा बढ़ने जा रहा है. नवाज शरीफ की PML-N और बिलावल भुट्टो जरदारी की PPP के आपस में मिलकर सरकार गठन की कोशिश के बीच गुरुवार को जेल में बंद इमरान खान ने भी अपना दांव खेल दिया है. पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (Pakistan Tehreek-e-Insaf) ने ओमार अयूब (Omar Ayub) को अपना प्रधानमंत्री पद का दावेदार घोषित कर दिया है. पाकिस्तानी अखबार Dawn की रिपोर्ट्स के मुताबिक, अडियाला जेल में बंद इमरान खान से मिलने के बाद असद कैसर ने इस बात की घोषणा की है कि ओमार अयूब विजेता निर्दलीय उम्मीदवारों के समर्थन से सरकार का गठन करेंगे. खास बात ये है कि उमर अयूब भारत से लड़ाई हारने वाले तानाशाह जनरल अयूब खान के पोते हैं.

पहले जान लीजिए क्या कहा है असद कैसर ने

इमरान खान से जेल में मुलाकात के बाद असद कैसर ने कहा कि पार्टी ने अपनी महासचिव उमर अयूब को प्रधानमंत्री पद के दावेदार के तौर पर नई सरकार गठन के लिए नामित किया है. उन्होंने बताया कि पार्टी 8 फरवरी को हुए चुनावों में धांधली को लेकर देशव्यापी आंदोलन शुरू करेगी, जिसकी तारीख इमरान बाद में तय करेंगे. इमरान ने पहले ही चुनाव परिणामों के खिलाफ प्रदर्शन कर रही JUI-F, ANP और QWP जैसी पार्टियों से बातचीत करने की जिम्मेदारी तय कर रखी है. 

अब जान लीजिए कौन हैं उमर अयूब

उमर अयूब खान इमरान खान की पार्टी PTI के महासचिव हैं. वह इमरान खान (Imran Khan) के प्रधानमंत्री रहने के दौरान उनकी सरकार में मंत्री के तौर पर काम कर चुके हैं. नेशनल असेंबली के सदस्य अयूब ने अप्रैल 2021 से अप्रैल 2022 तक आर्थिक मामलों के मंत्री के तौर पर काम किया था. इससे पहले वे 11 सितंबर 2018 से 16 अप्रैल 2021 तक इमरान खान की सरकार में ही ऊर्जा मंत्री रहे थे. उमर अयूब ने भी निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर 8 फरवरी को हुए चुनाव में जीत हासिल की है. 

अब जान लीजिए कौन हैं उमर के दादा अयूब खान

पश्चिमी पाकिस्तान के हरिपुर में 28 जनवरी, 1968 को जन्मे उमर अयूब का परिवार तारेन पश्तून बैकग्राउंड से ताल्लुक रखता है. उमर अयूब के पिता गौहर अयूब खान रिटायर आर्मी अफसर हैं. गौहर अयूब खान इस समय उमर अयूब की विपक्षी पार्टी पाकिस्तानी मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) के नेता हैं. उमर अयूब ने अपनी ग्रेजुएशन अमेरिका के जॉर्ज वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी से 1996 में पूरी की थी.

उमर अयूब से जुड़ी सबसे खास बात ये है कि वे पूर्व पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल अयूब खान के पोते हैं. अयूब खान ने 1958 में पाकिस्तान में पहली बार सरकार का तख्तापलट किया था. इसके बाद वे पाकिस्तान के राष्ट्रपति और सेना प्रमुख, दोनों पदों पर 1969 तक रहे थे. इस दौरान ही 1965 का चर्चित भारत-पाकिस्तान युद्ध हुआ था, जिसमें पाकिस्तान को जबरदस्त तरीके से मुंह की खानी पड़ी थी. इस हार के बाद जनरल अयूब खान ने ही रूस में भारत के साथ ताशकंद समझौता किया था. 

ऐसा रहा है उमर अयूब का राजनीतिक करियर

उमर अयूब ने पहली बार 2002 में PML-Q की तरफ से हरिपुर से चुनाव लड़ा था. वे NA-119 सीट से जीतकर नेशनल असेंबली पहुंचे थे और तत्कालीन पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शौकत अजीज ने उन्हें वित्त राज्य मंत्री बनाया था. उमर को 2008 के चुनाव में इसी सीट पर हार मिली थी. 2012 में उमर ने नवाज शरीफ की पार्टी PML-N का दामन थामा, लेकिन 2013 में वे फिर से चुनाव हार गए. 2014 में NA-119 सीट पर उपचुनाव हुआ, जिसमें PML-N की तरफ से जीतकर उमर नेशनल असेंबली पहुंचे, जहां उन्हें वित्त, राजस्व की स्थायी समिति का अध्यक्ष बनाया गया. हालांकि 2015 में उनके उपचुनाव को मतदान में धांधली का आरोप साबित होने पर रद्द कर दिया गया. इसके बाद फरवरी 2018 में उमर ने इमरान खान की PTI की सदस्यता ग्रहण कर ली और हरिपुर सीट से जीत हासिल की थी. 

क्या इमरान की पार्टी बना पाएगी सरकार?

इमरान खान की पार्टी PTI का चुनाव चिह्न बैट था, जो चुनावों से पहले ही पाकिस्तान चुनाव आयोग ने रद्द कर दिया था. इसके चलते पीटीआई ने अपने उम्मीदवार निर्दलीय के तौर पर उतारे थे, जिनमें से 92 ने जीत हासिल की है. पीटीआई का दावा है कि उन्हें बहुत सारे अन्य दलों व निर्दलीय उम्मीदवारों का समर्थन भी हासिल है. इसी आधार पर सरकार बनाने का दावा किया जा रहा है.

इमरान के विपक्षी क्या कर रहे हैं?

इमरान खान के विपक्ष में खड़े पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ (Nawaz Sharif) और पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी (Bilawal Bhutto Zardari) ने आपस में हाथ मिला लिया है. दोनों की पार्टियों ने 100 से ज्यादा सीट जीती हैं. ऐसे में उनका दावा है कि वे सरकार बनाने के लिए पर्याप्त बहुमत जुटा सकते हैं. इस गुट ने प्रधानमंत्री पद का दावेदार पूर्व प्रधानमंत्री और नवाज के छोटे भाई शहबाज शरीफ को बनाया है.

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