भारत में अल्पसंख्यक अत्याचार का रोना रोता है पाकिस्तान, खुद चलाया हिंदू नेता के घर पर बुलडोजर, देखें Video

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Jun 29, 2023, 09:53 AM IST

Pakistan में हिंदू नेता का पैतृक आवास गिराता सरकारी बुलडोजर.

Hindu in Pakistan: पाकिस्तान सरकार ने उमरकोट के पूर्व सांसद लाल चंद्र का घर ढहा दिया है, जो पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के करीबी माने जाते हैं. इमरान इस हरकत पर बेहद नाराज हैं.

डीएनए हिंदी: Pakistan News- भारत में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार की झूठी खबरें बनाकर पाकिस्तान पूरा दिन इंटरनेशनल लेवल पर प्रोपेगंडा चलाता है, लेकिन खुद उसके यहां हिंदू अल्पसंख्यकों पर जुल्म की इंतहा हो रही है. पाकिस्तान सरकार ने एक हिंदू अल्पसंख्यक नेता के घर पर महज इस कारण बुलडोजर चला दिया, क्योंकि वे पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई चीफ इमरान खान का साथ दे रहे हैं. उमरकोट के पूर्व सांसद लाल चंद्र माल्ही का घर पूरी तरह ध्वस्त कर दिया गया है, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है. इमरान खान ने भी सरकार की इस कार्रवाई की जमकर आलोचना की है और कहा है कि नागरिकों पर जुल्म करके विकास नहीं हो सकता है.

पीटीआई से सांसद रहे हैं लाल चंद्र

लाल चंद्र माल्ही इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) से सांसद रहे हैं. उन्होंने खुद अपने घर पर हुई कार्रवाई के बारे में सोशल मीडिया पर सभी को बताया है. उन्होंने आरोप लगाया है कि पिछले दिनों इमरान खान के खिलाफ की गई कार्रवाई के दौरान उनका साथ देने के कारण उनके खिलाफ यह कार्रवाई की जा रही है. सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में भी लाल चंद्र के घर पर बुलडोजर चलाने के दौरान भीड़ को रोकने के लिए पुलिसकर्मियों की तैनाती साफ दिख रही है.

'पीटीआई नेताओं को पार्टी छोड़ने के लिए मजबूर कर रहे शरीफ'

इमरान खान ने लाल चंद्र का घर ध्वस्त करने की निंदा की है. उन्होंने लाल चंद्र के घर पर चलाए जा रहे बुलडोजर का वीडियो ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने बताया है कि लाल चंद्र PTI की अल्पसंख्यक शाखा के अध्यक्ष हैं. उन्होंने लिखा, PPP सरकार की तरफ से लाल माल्ही के उमरकोट स्थित पैतृक आवास को ध्वस्त किए जाने की मैं कड़ी निंदा करता हूं. राज्य PTI नेताओं-कार्यकर्ताओं को पार्टी छोड़ने पर मजबूर कर रहा है. इसके लिए अपनाई जा रही प्रक्रिया हमारे लोकतंत्र को कमजोर कर रही है. इससे इससे राज्य-नागरिक समझौते की भी अपूरणीय क्षति हो रही है. 

नागरिकों के अधिकार छीनकर कैसे होगा विकास?

इमरान खान ने आगे लिखा है कि नकागरिकों को जुल्म और तानाशाही से कुचलकर, उनके मूल अधिकार छीनकर न तो अच्छी सरकार बन सकती है और न ही विकास की कोई संभावना हो सकती है. सत्ता को अपनी कार्रवाई की समीक्षा करनी चाहिए. 

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