Pakistan News: रमजान का महीना हर मुस्लिम के लिए बेहद मुबारक माना जाता है. इस पवित्र महीने में रोजा यानी उपवास रखना इस्लाम का सबसे खास हिस्सा है. इसके बावजूद मुस्लिम देश पाकिस्तान की सरकारी एयरलाइंस PIA नहीं चाहती कि उसका पायलट और केबिन क्रू स्टाफ फ्लाइट ड्यूटी के दौरान रोजा रखें. Pakistan International Airlines ने इसके लिए बाकायदा आदेश भी जारी कर दिया है. यह आदेश जारी किया गया है कॉरपोरेट सिक्योरिटी मैनेजमेंट और क्रू मेडिकल सेंटर की सिफारिश पर, जिन्होंने कहा है कि उड़ान के दौरान रोजा रखने के नुकसान हो सकते हैं. हालांकि इसके पीछे साल 2020 में कराची में हुए विमान हादसे को सबसे बड़ा कारण माना जा रहा है, जिसके लिए पायलट को रोजा रखने के कारण आए आलस को जिम्मेदार बताया गया था.
पहले जान लीजिए क्या था कराची का हादसा
पाकिस्तान के कराची शहर में 22 मई, 2020 को लाहौर से आ रहा PIA का विमान संख्या 8303 दोपहर करीब 2.45 बजे जिन्ना इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लैंड कर रहा था. इस दौरान पायलट के गलत जजमेंट के कारण यह विमान एयरपोर्ट के करीब रिहाइशी इलाके में घरों के ऊपर क्रैश हो गया था. इस हादसे में विमान के दो पैसेंजरों को छोड़कर कुल 97 लोग जिंदा जलकर मारे गए थे.
हादसे की जांच रिपोर्ट आई है पिछले महीने
इस हादसे की जांच पाकिस्तान के विमान जांच बोर्ड की एक टीम कर रही थी, जिसकी रिपोर्ट पिछले महीने ही सामने आई है. इस रिपोर्ट में जांच टीम ने हादसे का कारण मानवीय गलती बताया था. टीम ने रिपोर्ट में यह भी लिखा था कि ड्यूटी के दौरान पायलट को रोजा रखना चाहिए या नहीं, इसे लेकर PIA और नागरिक उड्डयन प्राधिकरण के नियम स्पष्ट नहीं है.
अब की गई है यह सिफारिश
कॉरपोरेट सिक्योरिटी मैनेजमेंट और क्रू मेडिकल सेंटर ने इसके बाद ही फ्लाइट के दौरान रोजा रखने को लेकर खास सिफारिश की है. इस सिफारिश में PIA के पायलट और क्रू स्टाफ के फ्लाइट में रोजा रखने पर रोक लगाने के लिए कहा गया है. इसमें कहा गया है कि रोजा रखने वाला शख्स डिहाइड्रेशन का शिकार होता है, जिससे आलस व नींद आने की शिकायत होती है. इसके चलते मानवीय चूक होने की संभावना ज्यादा होती है.
अब आया है पीआईए का आदेश
इन सिफारिशों को मिलने के बाद पीआईए मैनेजमेंट भी एक्टिव हो गया है. पायलट और क्रू स्टाफ को रोजा नहीं रखने के आदेश दे दिए गए हैं. उनसे कहा गया है कि इंटरनेशनल व घरेलू उड़ान के दौरान ड्यूटी लगने पर वे रोजा नहीं रखें. इस आदेश को लेकर PIA स्टाफ के अंदर विरोध भी शुरू हो गया है और इसे धर्म विरोधी बताया जा रहा है.
DNA हिंदी अब APP में आ चुका है. एप को अपने फोन पर लोड करने के लिए यहां क्लिक करें.
देश-दुनिया की Latest News, ख़बरों के पीछे का सच, जानकारी और अलग नज़रिया. अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप पर.