Pakistan Election News: इमरान खान की उम्मीदों पर शहबाज शरीफ ने फेरा पानी, बढ़ाया सरकार का कार्यकाल

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: May 18, 2022, 10:38 PM IST

इमरान खान जल्द चुनाव की मांग कर रहे हैं

Imran Khan चुनाव के जरिए वापसी सत्ता में वापसी की उम्मीद कर रहे हैं और देश भर में रैलियां कर रहे हैं. शहबाज शरीफ सरकार ने फिलहाल चुनाव टाल दिए हैं.

डीएनए हिंदी: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shahbaz Sharif) के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार ने अपने संवैधानिक कार्यकाल को अगले साल अगस्त तक पूरा करने का फैसला किया है. अगस्त 2023 तक कार्यकाल पूरा करने का निर्णय प्रधानमंत्री शरीफ की अध्यक्षता में गठबंधन सहयोगियों की बैठक के दौरान किया गया है. इमरान खान लगातार जल्द से जल्द चुनाव कराने की मांग कर रहे हैं. यह फैसला पूर्व पाक पीएम के लिए झटका है. 

Economic Crisis की वजह से लिया गया फैसला
शरीफ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) की नई सरकार देश की बदहालआर्थिक स्थिति के कारण दबाव में हैं. इस वक्त अमेरिकी डॉलर पाकिस्तानी रुपये के मुकाबले ऐतिहासिक ऊंचाई पर है. घटते विदेशी मुद्रा भंडार, बढ़ते पुनर्भुगतान के कारण नकदी की कमी वाले देश को विदेशी सहायता की सख्त जरूरत है.

ऐसी स्थिति में नई सरकार ने फिलहाल चुनाव टालने का फैसला किया है. बता दें कि पाकिस्तान के ऊपर चीन का भारी कर्ज है. देश में महंगाई भी चरम पर है और खाने-पीने की चीजों के दाम आसमान छू रहे हैं.

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अगस्त 2023 के बाद होंगे चुना
क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान 10 अप्रैल को अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम से सत्ता से बाहर कर दिए गए थे. वह अविश्वास प्रस्ताव के जरिए सत्ता से बाहर होने वाले पाकिस्तान के पहले पीएम बन गए हैं. इमरान इसके बाद से ही जल्द चुनाव की मांग करते आए हैं. 

पीएमएल-एन नेता शहबाज शरीफ (70) ने 11 अप्रैल को प्रधानमंत्री पद ग्रहण किया है. वर्तमान सदन का कार्यकाल अगस्त, 2023 में समाप्त होगा. इसके बाद ही देश में चुनाव कराए जाने की संभावना है. 

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गठबंधन सहयोगियों के साथ बैठक में लिया गया फैसला 
पाकिस्तानी मीडिया की खबरों के अनुसार, अगस्त 2023 तक कार्यकाल पूरा करने का निर्णय प्रधानमंत्री शरीफ की अध्यक्षता में गठबंधन सहयोगियों की बैठक के दौरान किया गया है. बैठक में देश की राजनीति और आर्थिक संकट पर भी चर्चा की गई है. जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (एफ) के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के सह-अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी, मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (पाकिस्तान) के खालिद मकबूल सिद्दीकी और संघीय मंत्री आजम नजीर तरार, ख्वाजा आसिफ और मरियम औरंगजेब बैठक का हिस्सा थे.  

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