Pakistan News: पाकिस्तान में मशहूर यूट्यूबर और टीवी एंकर इमरान रियाज खान का लाहौर एयरपोर्ट से सरेआम अपहरण हो गया है. इमरान हज के लिए सऊदी अरब रवाना होने बुधवार को लाहौर एयरपोर्ट पहुंचे थे, जहां कुछ अज्ञात लोग उन्हें सभी के सामने बंदूकों के दम पर जबरन अपने साथ ले गए. इस दौरान एयरपोर्ट पर तैनात पुलिस चुपचाप सबकुछ देखती रही. पूर्व पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के कट्टर समर्थक कहलाने वाले इमरान रियाज खान के भाई ने सरकारी खुफिया एजेंसियों पर उन्हें अगवा करने का आरोप लगाया और उनकी सुरक्षित रिहाई के लिए तत्काल लाहौर हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की. इसके थोड़ी देर बाद इमरान को लाहौर की डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में पेश कर दिया गया. लाहौर पुलिस ने इमरान के खिलाफ फ्रॉड का केस दर्ज होने की जानकारी कोर्ट को दी, जिस पर कोर्ट ने उन्हें पुलिस रिमांड पर सौंप दिया है. इस पूरे घटनाक्रम से पाकिस्तान में कानूनी राज पर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं.
एयरपोर्ट पर अगवा करते समय रियाज ने किया था विरोध
लाहौर के अल्लामा इकबाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर इमरान रियाज खान को बंदूक के दम पर अपने साथ ले जाने की कोशिश करने वाले लोगों ने खुद को Federal Investigation Agency (FIA) से बताया, जो पाकिस्तान में आतंक विरोधी गतिविधियों की जांच करती है. इमरान ने बिना किसी वारंट के साथ चलने से इंकार कर दिया, जिसके बाद बंदूकधारी उन्हें जबरन धकेलकर अपने साथ ले गए. इस दौरान वीडियो बनाने की कोशिश कर रहे लोगों को भी बंदूक दिखाकर उनके मोबाइल बंद करा दिए गए. हज के लिए पारंपरिक इहराम (Ihram) पहने इमरान की गिरफ्तारी की तस्वीरें फिर भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई हैं. इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) ने भी रियाज की गिरफ्तारी की आलोचना की है.
हाई कोर्ट ने भाई की याचिका पर दिया सरकार को नोटिस
लाहौर हाई कोर्ट में इमरान रियाज खान के वकील अजहर सिद्दीकी ने याचिका दाखिल की, जिसमें पुलिस की शह पर अज्ञात लोगों द्वारा इमरान रियाज को अगवा करने का आरोप लगाया गया. वकील ने हाई कोर्ट से कहा कि उनके मुवक्किल को उनके खिलाफ दर्ज सभी फर्जी मामलों में जमानत मिल गई है. साथ ही हाल ही में उनका नाम ‘नो-फ्लाई' लिस्ट से भी हटा लिया गया था. हाई कोर्ट ने पुलिस, FIA, गृह सचिव और एंटी-करप्शन एस्टेब्लिशमेंट को नोटिस देकर इमरान रियाज के खिलाफ दर्ज केस का ब्योरा पेश करने का निर्देश दिया. इमरान रियाज खान के भाई की तरफ से भी हाई कोर्ट में याचिका दाखिल करते हुए उनकी सुरक्षित रिहाई की गुहार लगाई गई. इस याचिका पर सुनवाई होनी बाकी है.
पुलिस ने पेश किया लाहौर डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में
हाई कोर्ट में इमरान की हिरासत के खिलाफ याचिका दाखिल होने के बाद निसार टाउन पुलिस ने उन्हें डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के सामने पेश किया. ज्युडिशियल मजिस्ट्रेट मुहम्मद कामरान जफर की अदालत में पुलिस ने FIR की कॉपी पेश की. पाकिस्तानी न्यूज वेबसाइट Dawn के मुताबिक, इस एफआईआर में रियाज को पाकिस्तानी पीनल कोड की धारा 406 का आरोपी बनाया गया है, जो दूसरे का यकीन तोड़कर ठगी करने से जुड़ी हुई है. पुलिस के मुताबिक, टीवी एंकर ने शिकायत करने वाले व्यक्ति से 25 करोड़ रुपये लिए थे, जो कभी वापस नहीं किए. पुलिस ने कोर्ट से सात दिन के रिमांड की मांग की. हालांकि रियाज की तरफ से पेश वकील मिया अशफाक ने शिकायतकर्ता को पाकिस्तान की सत्ताधारी पार्टी PML-N की नेता मरियम नवाज (Maryam Nawaz) को पोलिंग एजेंट बताते हुए शिकायत को झूठा बताया है. कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद रियाज को एक दिन के रिमांड पर पुलिस को सौंप दिया है.
पहले जान लीजिए कौन हैं इमरान रियाज
इमरान रियाज खान पाकिस्तान में यूट्यूब चैनल चलाते हैं और टीवी एंकर के तौर पर बेहद मशहूर हैं. उन्हें इमरान खान समर्थक माना जाता है. साथ ही वे पाकिस्तानी सेना का कट्टर आलोचक भी कहे जाते हैं. एक लोकल अखबार में क्राइम रिपोर्टर के तौर पर शुरुआत करने वाले रियाज बाद में टीवी पत्रकार बन गए. करंट अफेयर्स होस्ट के रूप में GNN और समां टीवी पर काम किया. बाद में एक्सप्रेस न्यूज चैनल के प्राइम एंकर बनने पर उनकी पॉपुलैरिटी बहुत बढ़ गई. रियाज खान का यूट्यूब चैनल 'इमरान रियाज खान' के नाम से है, जिसके ज्यादातर वीडियो पाकिस्तानी सरकार और सेना की आलोचना पर होते हैं. साल 2020 में शुरू हुए यूट्यूब चैनल पर करीब 48.3 लाख सब्सक्राइबर हैं. रियाज को पिछले साल भी उस समय गिरफ्तार किया गया था, जब इमरान खान को गिरफ्तार किया गया था. उस समय भी करीब 4 महीने तक उन्हें अज्ञात जगह बंद रखने के बाद रिहा किया गया था.
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