डीएनए हिंदी : खाने और पीने की चीज़ें कई बार किसी ख़ास जगह की पहचान होती हैं, मसलन दाल-बाटी राजस्थानी है तो लिट्टी चोखा बिहार का. छोले भठूरे से पंजाब जुड़ा है और इडली साम्भर से दक्षिण भारत की पहचान होती है. इसी तरह वोडका(Vodka) रूस की पहचान है. यह अल्कोहलिक द्रव है जिसके मुरीद दुनिया भर में हैं. इन दिनों जब रूस ने यूक्रेन पर भीषण हमला किया हुआ है, दुनिया भर के विरोध का सामना रूसी पेय वोडका को भी करना पड़ रहा है.
बार से हट रही वोडका की बोतलें, लोग इसे बहा रहे हैं नाली में
वाशिंगटन पोस्ट की एक रपट के मुताबिक़ कंसास शहर के ब्राज़ीलियन ग्रिल नाम के रेस्त्रां ने अपने ड्रिंक मेन्यू से वोडका(Vodka) हटा दी है. इस रेस्त्रां के मालिक सैम सिलिवो कहते हैं कि ऐसी कोई भी चीज़ जो रूस का प्रमोशन करे, उसका होना उन्हें ठीक नहीं लगा. सैम आगे कहते हैं कि "थोड़ी-थोड़ी चीज़ें ही शायद किसी बड़े उद्देश्य में काम आये."
कॉकटेल का नाम भी बदला जा रहा है
रूस के प्रति विरोध दर्ज करने के तरीकों में न केवल वोडका(Vodka) का बार से हटना है बल्कि कई रेस्त्रां रूसी पेय आधारित कॉकटेल का नाम भी बदल रहे हैं. उदाहरण के लिए मास्को म्यूल कॉकटेल का नाम कई जगह कीव म्यूल तो कई जगह स्नेक आईलैंड म्यूल रखा जा रहा है. कई अन्य जगह लोग अपने निजी बार और रेस्त्रां से वोडका हटाकर उसे बहा रहे हैं.
लोगों द्वारा रूस के इस प्रतिनिधि पेय को अपने बार से हटाने को रूस के प्रतीकात्मक विरोध के तौर पर देखा जा रहा है. विशेषज्ञों का मानना है कि वोडका(Vodka) का विरोध या उसके आयात में कमी रूस की अर्थव्यवस्था पर कोई ख़ास असर नहीं डालेगी क्योंकि 2021 में रूस ने विश्व के कुल वोडका उत्पादन का 1.3% ही तैयार किया था.