डीएनए हिंदीः रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग (Russia Ukraine War) में आज की रात काफी महत्वपूर्ण हो सकती है. रूस की सेना का एक बड़ा काफिला राजधानी कीव की ओर तेजी से आगे बढ़ रहा है. भारतीय की यूक्रेन स्थित एंबेसी ने पहले ही सभी नागरिकों को किसी भी हाल में आज रात तक कीव छोड़ने की एडवायजरी जारी कर दी है. माना जा रहा है कि रूस आज रात यूक्रेन की राजधानी कीव (Kyiv) पर बड़ा हमला कर सकता है.
भारतीय छात्रों के पास अब क्या विकल्प?
भारत के 15 हजार छात्र अभी भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं. इन्हें वापस लाने के लिए भारत ऑपरेशन गंगा चला रहा है. इसमें सबसे बड़ी समस्या छात्रों को यूक्रेन के अंदरूनी शहरों से पड़ोसी देशों के बॉर्डर तक लाने की है. पड़ोसी देशों की सीमा में पहुंचकर ही वहां से रेस्क्यू ऑपरेशन के जरिए लौटा जा सकता है. कीव में लगे कर्फ्यू के हटने के बाद टैक्सी और ट्रेन चलने लगी हैं. हालांकि ट्रेनों में इतनी भीड़ है कि उनमें जगह मिलना मुश्किल हो रहा है. यूक्रेन लोगों को बाहर निकालने के लिए स्पेशल ट्रेनें भी चला रहा है. वहीं प्राइवेट टैक्सी चालक दो से तीन गुना तक किराया वसूल रहे हैं. छात्र इनसे यूक्रेन के पड़ोसी देश पोलैंड, रोमानिया, मोलडोवा, स्लोवाकिया और हंगरी तक पहुंच सकते हैं.
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स्पाइस जेट ने शुरू की फ्लाइट
एयर इंडिया के बाद अब यूक्रेन में फंसे छात्रों की वापसी के लिए मंगलवार से स्पाइसजेट ने स्पेशल फ्लाइट्स का संचालन शुरू कर दिया है. इस स्पेशल फ्लाइट का संचालन कोसाइस, स्लोवाकिया से किया जाएगा. स्पाइसजेट का यह विमान दिल्ली से स्लोवाकिया के कोसाइस के लिए उड़ान भरेगा और वापसी कुटैसी, जॉर्जिया के रास्ते होगी.
अब तक 1396 नागरिकों की हुई वतन वापसी
ऑपरेशन गंगा के तहत एयर इंडिया की स्पेशल फ्लाइट संचालित की जा रही हैं. इनसे अब तक 1396 भारतीय नागरिकों और छात्रों के वापस लाया जा चुका है. हालांकि अभी भी 15 हजार से ज्यादा छात्र यूक्रेन से भारत लौटने का इंतजार कर रहे हैं. भारत ने अब इस अभियान को तेज करने के लिए एयरफोर्स की भी मदद ली है. एयरफोर्स के सी-17 मालवाहक जहाजों को इस काम में लगाया गया है.
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ऑपरेशन गंगा अभियान में अब तक कितनी फ्लाइट
26 फरवरी- 219 बुकारेस्ट- मुंबई
27 फरवरी- 250 - बुकारेस्ट- दिल्ली
27 फरवरी-240- बुडापेस्ट- दिल्ली
27 फरवरी- 198 - बुकारेस्ट- दिल्ली
28 फरवरी - 249 - बुकारेस्ट - दिल्ली
1 मार्च - 240 - बुडापेस्ट - दिल्ली