डीएनए हिंदीः रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (vladimir putin) ने सोमवार को पूर्वी यूक्रेन के डोनेत्स्क (Donetsk) और लुगंस्क (Lugansk) को अलग देश के रूप में मान्यता दे दी है. रूस ने इन इलाकों में सेना को भेजने का ऑर्डर भी जारी कर दिया है. इससे दोनों देशों के बीच का विवाद चरम पर पहुंच गया है. रूस के इस कदम को देखते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने प्रतिबंध लगाए जाने को लेकर ऑर्डर पर हस्ताक्षर किए. वहीं इस मामले को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भी बैठक हो रही है.
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भारत ने जताई जल्द मसले का हल निकले की संभावना
इस मामले को लेकर UNSC में भारत के स्थाई सदस्य टीएस तिरुमूर्ति (TS Tirumurti) ने यूक्रेन मसले पर भारत की तरफ से बयान दिया. उन्होंने कहा कि यूक्रेन सीमा पर विवाद बढ़ना चिंता की बात है. भारत की ओर से कहा गया कि ताजा घटनाक्रम इलाके में शांति-सुरक्षा को प्रभावित कर सकते हैं. नागरिकों की सुरक्षा जरूरी है. यूक्रेन में 20 हजार से ज्यादा भारतीय छात्र और भारतीय लोग रहते हैं. भारतीयों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है. आगे कहा गया कि भारत वैश्विक शांति और सुरक्षा पर जोर देता है. उम्मीद जताई गई है कि यह विवाद जल्द निपट जाएगा.
अमेरिका बोला-आक्रमण हुआ तो रूस करेगा कत्लेआम
वहीं इस मामले में अमेरिका का कहना है कि रूस अगर यूक्रेन पर आक्रमण करता है, तो बड़े पैमाने पर कत्लेआम मचाएगा. अमेरिका का दावा है कि रूस ने हिट लिस्ट (Hit List) तैयार कर ली है. उसके निशाने पर आलोचक, मॉस्को विरोधी और यूक्रेन का कमजोर तबका है. रूसी सेना चुन-चुनकर इन लोगों को मौत के घाट उतारेगी. हालांकि, रूस ने इसका खंडन किया है. अमेरिका का कहना है कि 'हमारे पास विश्वसनीय जानकारी है जो दर्शाती है कि रूसी सेना एक हिट लिस्ट तैयार की है, जिसे यूक्रेन पर हमले बाद अमल में लाया जाएगा. इसमें उन लोगों के नाम हैं, जिन्हें मौत के घाट उतारा जाना है या डिटेंशन कैम्पों में रखा जाना है'.
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