डीएनए हिंदी: कश्मीर के 180 छात्र इस वक्त यूक्रेन में फंसे हुए हैं. इन छात्रों के घरवाले इस वक्त बेहद परेशान हैं और अधिकारियों से अपील कर रहे हैं कि उनके बच्चों को देश वापस लाने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएं. अधिकारियों का कहना है कि विदेश मंत्रालय इस मामले पर रणनीति बना रहा है ताकि छात्रों को सुरक्षित देश वापस लाया जा सके.
यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद से कश्मीर में बैठे सभी माता-पिता चिंता में हैं. खबरें देखकर उन्हें चिंता हो रही है लेकिन खबरें न देखें तो बेचेनी है. हर एक अपडेट पर बैचेन हो रहे इन लोगों की रातों की नींद भी गायब हो गई है.
एक डेटा के मुताबिक कश्मीर के करीब 180 से 200 छात्र यूक्रेन में अलग-अलग कॉलेजों में पढ़ते हैं. प्रोफेशनल स्टडी के लिए यहां पहुंचे छात्र अब फंस चुके हैं और उनके घरवालों चाहते हैं कि वे सुरक्षित घर पहुंच जाए.
यूक्रेन में फंसे छात्र के पिता गुलाम रसूल कहते हैं, मेरा बेटा यूक्रेन में पढ़ता है और मुझे इस वक्त उसकी सुरक्षा की चिंता है. हम सरकार से गुजारिश करते हैं कि वे जल्द से जल्द कदं उठाएं और बच्चों को घर लाएं. हम उम्मीद करते हैं कि हमारे बच्चे जल्द घर पहुंचेंगे.
कई क्षेत्रीय पार्टियों ने जम्मी कश्मीर की सरकार से अपील की है कि वे यूक्रेन से बच्चों को घर लाने के लिए कोई ठोस कदम उठाएं. APNI पार्टी अध्यक्ष अल्ताफ बुखारी ने कहा, हम चाहते हैं कि बच्चों को जल्द से जल्द घर लाया जाए. हम भारत सरकार से अपील करते हैं कि इस मामले में जरूरी कदम उठाए जाएं ताकि बच्चे सुरक्षित घर पहुंचें.
राज्य सरकार ने इस मामले में विदेश मंत्रालय से संपर्क किया है. वहां के लोगों का कहना है कि जल्द से जल्द अगर कोई कदम नहीं उठाए गए तो वे प्रोटेस्ट करेंगे.
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