डीएनए हिंदी: रूस के यूक्रेन पर हमले के बाद यूक्रेन में भारत के हजारों लोग फंसे हैं. हालांकि भारत सरकार ने 'ऑपरेशन गंगा' चलाकर सैंकड़ों छात्रों को निकालने में मदद की है लेकिन अब भारतीय एम्बेसी ने बंद हो चुके रास्तों की अड़चन से भारतीय लोगों को निकालने के लिए प्लान बनाया है. इसके मुताबिक, ओडेसा (यूक्रेन) में फंसे भारतीय नागरिकों को मोल्दोवा होते हुए रोमानिया से निकाला जाएगा.
रोमानिया में भारतीय दूतावास मोल्दोवा के अधिकारियों के साथ समन्वय कर चुका है. ऐसे में ओडेसा (यूक्रेन) में फंसे भारतीय नागरिकों के मोल्दोवा के रास्ते बुखारेस्ट (रोमानिया) के लिए मूवमेंट का आयोजन कर रहा है. चूंकि मोल्दोवा में हवाई क्षेत्र बंद है इसलिए भारतीय नागरिकों को बस के जरिए बुखारेस्ट भेजा जा रहा है.
दूतावास बसों के लिए दो मार्गों पर निकासी कर रहा है. कई बसें उन लोगों के लिए भेजी गई हैं जो पलंका सीमा (यूक्रेन-मोल्दोवा) को पार कर रहे हैं. उन्हें मोल्दोवा में बिना रुके सीधे रोमानिया भेजा जा रहा है. दूसरी बसें उन लोगों के लिए भेजी गई हैं जो मोल्दोवा की राजधानी चिसीनौ में और उसके आसपास स्थित शिविरों में हैं. ये बस सेवाएं निःशुल्क दी जा रही हैं.
250 छात्र आ चुके हैं रोमानिया
जानकारी के अनुसार, 1 मार्च से अबतक लगभग 250 छात्र रोमानिया आ चुके हैं. इन सभी को दूतावास द्वारा अरेंज की गईं बसों से बॉर्डर के जरिए सीधे रोमानिया (बुखारेस्ट) भेजा गया है. लगभग 80-100 नागरिक अभी भी मोल्दोवा की राजधानी चिसीनौ और उसके आसपास बचे हैं. अधिकांश 2 मार्च को बस से भेजे जा रहे हैं.
बुखारेस्ट में भारतीय दूतावास ऑपरेशन गंगा के तहत भारतीय नागरिकों की उड़ानों में मदद कर रहा है. रोमानियाई प्राधिकारियों के समन्वय से दूतावास ने यह सुनिश्चित किया है कि विशेष उड़ानों के माध्यम से रोमानिया से बाहर निकलने के लिए किसी वीज़ा की आवश्यकता नहीं हो.