डीएनए हिंदी: यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने सभी भारतीय नागरिकों और छात्रों के लिए एडवाइजरी जारी की है. इसमें कहा गया है कि इस मुश्किल परिस्थिति में एम्बेसी भारतीय लोगों को सेफ और अलर्ट रहने की सलाह देती है. भारतीय कम्यूनिटी के लिए एम्बेसी चौबीसों घंटे काम कर रही है.
एडवाइजरी के अनुसार, केंद्र सरकार रोमानिया और हंगरी के रूट्स के जरिए भारतीय लोगों को निकालने का प्रयास कर रही है. हंगरी बॉर्डर पर चॉप जाहोनी, रोमानिया बॉर्डर पर उजहोर्डो पोरुब्ने सिरत के जरिए छात्रों को सुरक्षित निकलने की सलाह दी गई है.
एडवाइजरी में कहा गया है कि इन मार्गों के चालू होने के बाद अपने अरेंजमेंट्स के जरिए यात्रा करने वाले भारतीय नागरिकों को जांच बिंदुओं पर आगे बढ़ने की सलाह दी जाएगी. उन्हें बॉर्डर के माध्यम से सुविधा के लिए संबंधित चौकियों पर स्थापित हेल्पलाइन नंबरों के संपर्क में रहना होगा. नियंत्रण कक्ष स्थापित होने के बाद ये नंबर शेयर किए जाएंगे. एडवाइजरी में छात्रों को व्यवस्थित आवाजाही के लिए स्टूडेंट्स कॉन्ट्रेक्टर्स से संपर्क करने के लिए कहा है.
एडवाइजरी में भारतीय नागरिकों को पासपोर्ट, नकद और कोविड-19 डबल टीकाकरण प्रमाणपत्र सहित आवश्यक सामान अपने साथ ले जाने के लिए कहा गया है. इसके साथ ही ट्रैवलिंंग करने वाले वाहन पर भारतीय झंडा लगाने की भी सलाह दी गई है.
मेडिकल और साइंस के हजारों स्टूडेंट्स
भारत ने यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों की सहायता के लिए 24 घंटे की हेल्पलाइन भी स्थापित की है. दिल्ली में 24 घंटे का नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है और हेल्पलाइन नंबर +911123012113, +911123914104, +911123017905 और 1800118797 हैं. शिक्षा और विज्ञान मंत्रालय के अनुसार यूक्रेन में भारत के 18,095 से अधिक छात्र हैं. ज्यादातर छात्र मेडिकल और साइंस के हैं क्योंकि वहां इंडिया के बराबर कॉम्पिटीशन नहीं है. यूक्रेन में सबसे ज्यादा हरियाणा, दिल्ली और पंजाब के छात्र हैं.