डीएनए हिंदी: यूक्रेन पर हमले के बाद से रूस लगातार पूरी दुनिया के विरोध का सामना कर रहा है लेकिन अपने सख्त तेवरों पर बरकरार है. इस बीच आज रूसी राष्ट्पति के प्रवक्ता ने साफ कर दिया है कि शांति वार्ता के दौरान भी हमले जारी रहेंगे. राष्ट्रपति की ओर से जारी बयान में आरोप लगाया गया है कि विराम के दौरान यूक्रेन की ओर से रूसी सेना पर हमले किए जाते हैं.
यूक्रेन पर रूस ने लगाया आरोप
रूसी अधिकारी ने कहा, 'आप देखते हैं, ऑपरेशन में एक विराम होता है. किसी भी विराम का उपयोग राष्ट्रवादी इकाइयों को फिर से संगठित करने के लिए किया जाता है. हमने गौर किया कि विराम का उपयोग रूसी सेना के खिलाफ हमले जारी रखने के लिए किया जाता है.' उन्होंने दावा किया कि यूक्रेन में रूसी सैनिकों ने पहले कई मौकों पर इसका अनुभव किया है. मास्को ने खुलासा किया है कि रूसी सैनिक 'राष्ट्रवादियों' को फिर से संगठित होने का समय नहीं देंगे.
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मॉस्को और कीव दोनों ही एक-दूसरे को बता रहे झूठा
आरटी के मुताबिक, यूक्रेन पर लगभग एक महीने से चल रहे हमले के दौरान रूस ने कई मौकों पर युद्धविराम की घोषणा की गै. घोषणा में कहा गया कि अग्रिम पंक्ति की लड़ाई में एक विराम नागरिकों को प्रभावित क्षेत्रों को खाली करने और यूक्रेनी शहरों में मानवीय सहायता सामग्री लाने की अनुमति देगा. मॉस्को और कीव ने देश के विभिन्न हिस्सों में संघर्ष विराम समझौतों के कथित उल्लंघन के लिए एक-दूसरे पर बार-बार आरोप लगाया है.
'यूक्रेनी सेना का सरकारी इकाइयों पर नहीं होना चाहिए कंट्रोल'
रूस ने कहा कि उसका मानना है कि यूक्रेनी सरकार का अपनी इकाइयों पर पूर्ण नियंत्रण नहीं होना चाहिए क्योंकि वह अपने रैंकों में कट्टरपंथी राष्ट्रवादियों की गिनती करती है. मॉस्को के अनुसार, ये सेनाएं अंत तक लड़ने के लिए अडिग हैं. नागरिकों को मानव ढाल के रूप में रखने में संकोच नहीं कर रहे हैं और मौतों को रोकने के प्रयासों को कमजोर करती हैं.
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