डीएनए हिंदी: रूस (Russia) के खिलाफ पश्चिमी देश और यूरोपियन यूनियन (EU) कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगा रहे हैं. अब अमेरिका (USA) रूस पर और कड़े प्रतिबंध लगाने की तैयारी में जुट गया है. व्हाइट हाउस (White House) की प्रेस सचिव जेन साकी (Jen Psaki) ने कहा है कि यूक्रेन पर हमले को सही ठहराने के लिए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ऐसे खतरों का निर्माण कर रहे हैं जो अस्तित्व में नहीं हैं.
जेन साकी ने कहा है कि अमेरिका इसके खिलाफ खड़ा होगा और मास्को के विरुद्ध ऊर्जा संबंधी प्रतिबंध भी लगाए जा सकते हैं. यूक्रेन पर हमला करने के लिए अमेरिका और उसके सहयोगी देशों ने रूस पर कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं.
जेन साकी ने कहा कि यह प्रतिबंध ईरान पर लगाई गई पाबंदियों के समान हैं और इससे रूस की बैंकिंग व्यवस्था वैश्विक समुदाय से कट जाएगी. जेन साकी ने यह भी कहा कि अमेरिका ने रूस के 80 प्रतिशत बैंकों और फाइनेंशियल सेक्टर पर प्रतिबंध लगा दिया है.
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अमेरिकी प्रतिबंधों से रूस को क्या होगा घाटा?
लगातार लगाए जा रहे आर्थिक प्रतिबंध रूस पर भी भारी पड़ने वाले हैं. राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और रूसी सरकार को न केवल व्यवसाय करने में मुश्किलें आएंगी बल्कि अपने देश के सैन्य विस्तार में भी दिक्कत का सामना करना पड़ेगा. यही वजह है कि अमेरिका लगातार रूस के खिलाफ कड़े फैसले कर रहा है. जेन साकी ने कहा है कि आने वाले दिनों में ऐसे कई और कदम उठाए जा सकते हैं.
रूस पर ऊर्जा प्रतिबंध लगाने की तैयारी
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक जेन साकी ने कहा कि रूस पर ऊर्जा संबंधी प्रतिबंध लगाने का विकल्प भी है. उन्होंने एबीसी न्यूज के साथ बातचीत में कहा कि राष्ट्रपति पुतिन हमले को सही ठहरने के लिए ऐसे खतरों का निर्माण कर रहे हैं जो अस्तित्व में नहीं हैं. वैश्विक समुदाय और अमेरिकी लोगों को इसे उसी तरह देखना चाहिए. हमने उन्हें ऐसा कई बार करते देखा है. जेन साकी ने कहा कि रूस को नाटो या यूक्रेन से कभी खतरा नहीं था. यह सब राष्ट्रपति पुतिन का तरीका है और हम इसके विरुद्ध खड़े होंगे. हमारे अंदर खुद की रक्षा करने की क्षमता है.
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क्या चाहते हैं पुतिन?
व्लादिमीर पुतिन चाहते हैं यूक्रेन कभी नाटो में शामिल न हो. पुतिन को यूक्रेन का पश्चिमी देशों के करीब जाना रास नहीं आ रहा है. यूक्रेन नाटो में शामिल भी नहीं है लेकिन रूस ने यूक्रेन को तबाह कर दिया है. यूक्रेन के दो शहर कीव और खारकीव पर रूसी सैनिक दस्तक दे चुके हैं. आधिकारिक तौर पर भले ही नियंत्रण की बात उन्होंने न कही हो लेकिन सैनिक वहां मंडराते नजर आ रहे हैं. यूक्रेन भी मान रहा है कि रूसी सैनिक हर तरफ से हमला कर रहे हैं. युद्ध की स्थितियां भयावह होती नजर आ रही हैं.
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