डीएनए हिंदी: यासीन मलिक को दोषी करार दिए जाने के बाद पाकिस्तान में बवाल शुरू हो गया है. पाकिस्तान इसे कश्मीरियों के खिलाफ साजिश बताने का कोई मौका नहीं छोड़ रहा है. अब पूर्व कप्तान और मौजूदा विदेश मंत्री ने संयुक्त राष्ट्रप से गुहार लगाई है. शाहिद अफरीदी और बिलावल भुट्टो ने संयुक्त राष्ट्र से तत्काल यासीन मलिक की रिहाई की मांग की है. इसे कश्मीर की आजाद आवाज को दबाने की कोशिश करार दिया है.
Shahid Afridi ने संयुक्त राष्ट्र से की अपील
पूर्व क्रिकेटर शाहिद अफरीदी अक्सर ही ट्विटर पर कश्मीर के समर्थन में ट्वीट करते रहते हैं. इस बार उन्होंने यासीन मलिक की रिहाई की मांग करते हुए लिखा, 'कश्मीर में मानवाधिकार हनन के खिलाफ आवाज उठाने वाली स्वतंत्र आवाजों को भारत में कुचला जा रहा है. यासीन मलिक पर लगाए झूठे आरोप कश्मीर की आजादी के संघर्ष को रोक नहीं पाएगी. कश्मीर के नेताओं पर हो रही अवैध कार्रवाई पर मैं यूएन से अपील करता हूं कि वह इस मामले पर संज्ञान लें.
ऐसा पहली बार नहीं है जब अफरीदी ने कश्मीर के समर्थन के नाम पर भारत के खिलाफ बयानबाजी की हो. इससे पहले भी कई बार वह कश्मीर के समर्थन के नाम पर भारत के खिलाफ जहर उगल चुके हैं.
हालांकि, अफरीदी के इस ट्वीट पर भारतीय बॉलर अमित मिश्रा ने करारा जवाब दिया है. अफरीदी के ट्वीट पर अमित मिश्रा ने लिखा है कि, 'प्रिय शाहिद अफरीदी उसने (यासीन मलिक) कोर्ट में खुद का जुर्म कबूल किया है. सब कुछ आपके जन्मदिन की तरह गलत संदेश देने वाला नहीं हो सकता है.'
बता दें कि पाकिस्तानी क्रिकेटर शाहिद अफरीदी अपनी उम्र को लेकर विवादों में रहे हैं. रिकॉर्ड के अनुसार 1 मार्च 1980 उनका जन्मदिन है. 2019 में उन्होंने खुद खुलासा किया था कि उस वक्त वह 16 साल के नहीं थे. उन्होंने था उनका जन्म 1980 में होकर 1975 में हुआ था.
यह भी पढ़ें: Yasin Malik की सजा पर बहस पूरी, NIA ने की फांसी की मांग
पाक विदेश मंत्री ने भी लगाई अपील
पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने संयुक्त राष्ट्र से यासीन मलिक को तत्काल रिहा करने की मांग की है. बिलावल ने मानवाधिकार उच्चायुक्त मिशेल बैश्लेट को पत्र लिखकर भारत से यह अपील करने का अनुरोध किया है कि वह कश्मीरी अलगाववादी नेता यासीन मलिक को सभी आरोपों से बरी करे. साथ ही, उसे जेल से तत्काल रिहा कराया जाए ताकि वह अपने परिवार से मिल सके.
अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान खींचने के पाकिस्तान के जारी प्रयासों के तहत विदेश मंत्री ने 24 मई को बैश्लेट को एक पत्र भेजा है. बिलावल ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से खास तौर पर इस मामले का संज्ञान लेने की अपील की है.
यह भी पढ़ें: Yasin Malik को दोषी ठहराए जाने पर भड़का पाकिस्तान, बोला- सजा का मुद्दा दुनियाभर में उठाएंगे
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.