Sri Lanka Crisis: राष्ट्रपति पद की शपथ लेते ही रानिल विक्रमसिंघे ने किया ये बड़ा ऐलान

Written By रईश खान | Updated: Jul 15, 2022, 02:53 PM IST

Sri Lanka Crisis: रानिल विक्रमसिंघे ने अंतरिम राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद श्रीलंका में कर्फ्यू की घोषणा की और प्रदर्शनकारियों से निपटने के लिए सेना को खुली छूट दी.

डीएनए हिंदी: श्रीलंका में प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे (Ranil Wickremesinghe) ने अंतरिम राष्ट्रपति के तौर पर शुक्रवार को शपथ ली. गोटबाया राजपक्षे ने दिवालिया हो चुके श्रीलंका की अर्थव्यवस्था को न संभाल पाने के लिए अपनी सरकार के खिलाफ प्रदर्शनों के बाद इस्तीफा दे दिया था. शपथ लेने के बाद विक्रमसिंघे पूरे श्रीलंका में कर्फ्यू की घोषणा की और प्रदर्शनकारियों से निपटने के लिए सेना को खुली छूट दी. उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था की स्थिति फिर बहाल करने के लिए सेना को जो संभव लगे वो करे.

प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में बताया कि चीफ जस्टिस जयंत जयसूर्या ने विक्रमसिंघे (73) को श्रीलंका के कार्यवाहक राष्ट्रपति के तौर पर शपथ दिलाई. स्पीकर महिंदा यापा अभयवर्धने ने शुक्रवार को आधिकारिक रूप से घोषणा की कि गोटबाया राजपक्षे ने इस्तीफा दे दिया है. राजपक्षे ने अपने और अपने परिवार के खिलाफ बढ़ते जन आक्रोश के बीच देश छोड़कर चले जाने के दो दिन बाद इस्तीफा दिया.

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19 जुलाई को होगा राष्ट्पति पद लिए नामांकन
गोटबाया देश छोड़ कर पहले मालदीव और फिर वहां से सिंगापुर चले गए हैं. अभयवर्धने ने पार्टी नेताओं को बताया कि संसद नए अध्यक्ष का चुनाव करने के लिए 20 जुलाई को बैठक करेगी. उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन 19 जुलाई को मंगाए जाएंगे. राष्ट्रपति कार्यालय में रिक्ति की घोषणा के बारे में शनिवार को संसद को आधिकारिक रूप से सूचना दी जाएगी. अध्यक्ष ने कहा कि संविधान के अनुसार, विक्रमसिंघे राष्ट्रपति के तौर पर काम करेंगे और नए राष्ट्रपति के चुनाव की संवैधानिक प्रक्रिया पूरी होने तक राष्ट्रपति कार्यालय की शक्तियों के अनुसार दायित्वों का निर्वहन करेंगे और कामकाज संभालेंगे.

7 दशक के सबसे खराब दौर से गुजर रहा श्रीलंका
गोटबाया राजपक्षे ने देश के अभूतपूर्व आर्थिक संकट के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराते हुए हजारों प्रदर्शनकारियों के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास पर कब्जा जमाने के बाद शनिवार को घोषणा की थी कि वह 13 जुलाई को इस्तीफा देंगे. हालांकि, वह इस्तीफा दिए बगैर देश छोड़कर मालदीव चले गए थे. मालदीव से वह गुरुवार को सिंगापुर चले गए. गौरतलब है कि 2.2 करोड़ की आबादी वाला देश श्रीलंका सात दशकों में सबसे खराब आर्थिक संकट से जूझ रहा है जिसके चलते लोग खाद्य पदार्थ, दवा, ईंधन और अन्य जरूरी वस्तुएं खरीदने के लिए संघर्ष कर रहे हैं.

(भाषा इनपुट के साथ)

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