डीएनए हिंदी: श्रीलंका में आर्थिक हालातों से त्रस्त प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को राष्ट्रपति भवन का घेराव किया. खबर है कि इस दौरान राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे (President Gotabaya Rajapaksa) अपने आवास को छोड़कर भाग गए हैं. इससे पहले 11 मई को तत्कालीन प्रधामंत्री महिंदा राजपक्षे भी देश छोड़कर भाग गए थे. उग्र प्रदर्शनकारियों ने उनके घर पर हमला कर दिया था.
बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे की इस्तीफे की मांग करते हुए शनिवार दोपहर राष्ट्रपति भवन को घेर लिया और जमकर तोड़फोड़ की. प्रदर्शनकारी श्रीलंका की बेहद खराब हालत के खिलाफ सड़कों पर उतरे हैं. इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े लेकिन वह डटे रहे. प्रदर्शनकारी इस आर्थिक संकट के लिए राष्ट्रपति गोटबाया को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं और पिछले तीन महीने से उनके आवास के एंट्री गेट पर कब्जा जमाए बैठे हैं. लेकिन आज प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति भवन के अंदर तक घुस आए.
राजपक्षे परिवार से क्यों नाराज हैं लोग
श्रीलंका की मौजूदा खराब आर्थिक हालात के लिए प्रदर्शनकारी राजपक्षे परिवार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. पिछले 2 दशक में ज्यादातर वक्त तक राजपक्षे परिवार का श्रीलंका की राजनीति में वर्चस्व रहा है. कुछ महीने तक देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री तीनों प्रमुख पद पर राजपक्षे परिवार के 3 भाई थे.
राष्ट्रपति के खिलाफ श्रीलंका में प्रदर्शन जारी, सनथ जयसूर्या भी हुए शामिल
विपक्षी दलों के साथ ज्यादातर लोगों की भी राय है कि सत्ता में अपने वर्चस्व के लिए इस परिवार ने गलत नीतियों को बढ़ाया, भाई-भतीजावाद की वजह से भ्रष्टाचार चरम पर पहुंचा और गलत आर्थिक नीतियों ने देश को बर्बादी के कगार पर पहुंचा दिया है.
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