डीएनए हिंदी: तुर्की में सोमवार को आए भूकंप (Turkey Earthquake) के झटकों ने देश को दहला दिया.तुर्की और सीरिया में भूकंप से अब तक 2,300 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 10 हजार से अधिक लोग घायल हो गए हैं. भूकंप से सैकड़ों इमारतों को नुकसान पहुंचा है. हताहतों की संख्या बढ़ने की आशंका है, क्योंकि बचावकर्मी अब भी प्रभावित इलाकों में मलबे में फंसे लोगों की तलाश में जुटे हैं. इस बीच तुर्की से भूकंप का एक वीडियो सामने आया है. जिसमें देखा जा सकता है कि भूकंप के झटकों से एक 5 मंजिला इमारत ताश के पत्तों की तरह ढह गई.
रायटर्स न्यूज के अनुसार, यह वीडियो तुर्की के सनलीउर्फा प्रांत का है. अधिकारियों ने बताया कि सनलीउर्फा प्रांत में 16 और उस्मानिया में 34 इमारतें ढग गईं. हालांकि, अभी तक यह जानकारी नहीं मिल सकी कि हादसे के दौरान इमारतों में कितने लोग मौजूद थे. इलाके में फिलहाल राहत बचाव कार्य जारी है.
ये भी पढ़ें- तुर्की में आए भूकंप को लेकर PMO में बैठक, NDRF की दो टीमें रवाना, दवाओं के साथ भेजी जा रही राहत सामग्री
तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने कहा कि भूकंप वाले क्षेत्र में कई इमारतों का मलबा को हटाने का काम जारी है, हम नहीं जानते कि मृतकों और घायलों की संख्या कितनी बढ़ेगी.’भूकंप में ध्वस्त हुए तुर्की के एक अस्पताल और सीरिया के गिने-चुने अस्पतालों से नवजातों सहित मरीजों को सुरक्षित बाहर निकालना पड़ा. तुर्की के शहर अदाना के एक निवासी ने बताया कि उसके आसपास की तीन इमारतें ध्वस्त हो गई हैं. पत्रकारिता के छात्र मुहम्मद फतीह यवुज ने बताया कि मलबे में जिंदा फंसे एक व्यक्ति ने बचावकर्मियों द्वारा निकाले जाने की कोशिश के दौरान कहा, ‘अब मुझमें कोई ताकत नहीं बची है.’
ये भी पढ़ें- तुर्की-सीरिया में भूकंप ने मचाई तबाही, 195 से ज्यादा मौतें, त्रासदी का मंजर देख कांप उठेंगे आप
1939 में हुई 33 हजार लोगों की मौत
तुर्की के उप राष्ट्रपति फुअत ओकतायस ने बताया कि 10 प्रभावित प्रांतों में 1700 इमारतें ढह गईं और कम से कम 3,320 लोग घायल हुए हैं. दक्षिण पूर्वी तुर्की और सीरिया में सोमवार तड़के 7.8 तीव्रता के भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे. मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है क्योंकि बचावकर्मी अब भी प्रभावित इलाकों में मलबे में फंसे लोगों की तलाश में जुटे हैं. तुर्की में 912 और सीरिया में 560 लोगों के मरने की पुष्टि हो चुकी है. तुर्की में इससे पहले इतना भीषण भूकंप 1939 में एरजिनकन प्रांत में आया था. जिसमें 33,000 लोगों की मौत हो गई थी. भारत ने भी तुर्की के लिए मदद भेजी है. भारत से NDRF की दो टीमें चिकित्सीय सामान लेकर रवाना हो गई हैं.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.