डीएनए हिंदी: यूक्रेन की मदद के लिए अब नाटो सदस्य देश तुर्की भी सामने आ गया है. तुर्की ने ने आर्मीनिया में तबाही मचाने वाले अपने बयरकतार टीबीटी 2 ड्रोन की बड़े पैमाने पर यूक्रेन को सप्लाइ की है. पिछले कुछ सालों से तुर्की और रूस की दोस्ती विश्व राजनीति में चर्चा का विषय थी. अब तुर्की ने पाला बदलकर यूक्रेन को मदद की है. इससे यह सवाल भी उठने लगे हैं कि क्या पुतिन और एर्दोगान की दोस्ती में दरार पड़ गई है.
मारक और सटीक क्षमता वाले ड्रोन मिले यूक्रेन को
यूक्रेन के एयरफोर्स कमांड के प्रवक्ता कर्नल यूरी इग्नाती ने अल मॉनीटर से बातचीत में यह जानकारी दी है. उन्होंने मारक ड्रोन के बारे में कहा कि 'तुर्की का यह ड्रोन दुश्मन की तोपों पर बहुत सटीक हमला करता है. टैंकों की कॉलम को भी नष्ट कर देता है. उन्होंने यह भी बताया कि इस ड्रोन की खासियत रियल टाइम में सटीक मारक क्षमता होना है. रूस का नाम लिए बिना जारी बयान में कहा गया कि इस ड्रोन ने यूक्रेन को अपने दुश्मन पर गुणवत्ता आधारित बढ़त दे दी है.
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एर्दोगान और पुतिन की दोस्ती में दरार?
रूस और तुर्की के संबंध हमेशा एक जैसे नहीं रहे हैं. पिछले कुछ वर्षों में जरूर इन संबंधों में गर्मजोशी देखने को मिली है. इस बात को भी ज्यादा वक्त नहीं हुआ है जब सोवियत संघ के जमाने में तानाशाह स्टालिन ने लाखों टटार मुस्लिमों को देश से बाहर कर दिया था. ज्यादातर टटार मुस्लिम मूल रूप से तुर्की के ही थे. तुर्की ने क्रीमिया पर रूस के कब्जे को अवैध करार दिया है. पिछले कुछ सालों में रिश्तों में आई गर्मजोशी एक बार फिर गुम होती नजर आ रही है. तुर्की ने यूक्रेन के नाटो में शामिल किए जाने का खुलकर समर्थन कर रहा है. रूस इसके सख्त विरोध मे हैं जबकि अमेरिका ने भी रूस की मांग मानने से इनकार कर दिया है.
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बदहाल अर्थव्यवस्था को बल देने के लिए तुर्की की चाल?
वैश्विक राजनीति पर नजर रखने वालों का कहना है कि तुर्की की अर्थव्यवस्था इस वक्त बदहाली के कगार पर पहुंच चुकी है. ऐसे में यूक्रेन को ड्रोन देकर तुर्की हथियारों के सौदे पर नजर जमाए हुए है. तुर्की को उम्मीद है कि बड़ी हथियार खरीद से उसकी बदहाल अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने में थोड़ी मदद मिल सकती है.