Worlds First AI Election Candidate: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) की तकनीक इससे इंसानों को होने वाले खतरों पर आधारित हॉलीवुड फिल्मों की कल्पना से आगे निकलकर अब हमारी जिंदगी का हिस्सा बन गई है. हम रोजाना के कई कामों में एआई तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं. यहां तक कि न्यूज पढ़ने वाले एंकर्स से लेकर ज्ञान देने वाले वर्चुअल टीचर्स तक भी एआई की मदद से सामने आ गए हैं. लेकिन अब यह तकनीक एक लंबी छलांग लगाने जा रही है. दरअसल पहली बार एक AI उम्मीदवार चुनाव लड़ने जा रहा है. वह भी किसी पंचायत या ब्लॉक नहीं बल्कि देश की संसद के चुनाव में यह वर्चुअल उम्मीदवार अपना दावा ठोकने की तैयारी में है. सुनने में आपको भले ही ये अटपटा लगे, लेकिन सच यही है कि एआई उम्मीदवार को आप चुनाव में ताल ठोकता देख सकते हैं.
ब्रिटेन ने किया है ये गजब कारनामा
एआई उम्मीदवार को चुनाव लड़ाने का गजब कारनामा हुआ है ब्रिटेन में, जहां 4 जुलाई को देश की संसद के लिए मतदान किया जाएगा. दरअसल ब्रिटेन के चुनावों पर इस समय पूरी दुनिया की नजर है. प्रधानमंत्री ऋषि सुनक देश की अर्थव्यवस्था को नहीं संभाल सके हैं, जिसके चलते उन्होंने पद से इस्तीफा देने और देश में आम चुनाव (UK Elections 2024) घोषित किए हैं. चुनावों के लिए कैंडीडेट अपना नामांकन कर रहे हैं, जिसमें एक एआई उम्मीदवार 'एआई स्टीव' ने भी अपना नामांकन भरा है. इससे ये चुनाव अलग ही चर्चा का विषय बन गए हैं.
क्या है एआई उम्मीदवार के नामांकन की कहानी
दरअसल ब्रिटेन के चुनाव में कृत्रिम बुद्धिमता वाला उम्मीदवार उतारने का आइडिया एक बिजनेसमैन स्टीव एंडाकॉट का है. 59 वर्षीय एंडाकॉट ने नामांकन पत्र में अपना नाम AI स्टीव लिखा है और फोटो की जगह एक AI जनरेटेड फोटो लगाई है. यह AI जनरेटेड अवतार यानी एआई स्टीव ही उनकी जगह चुनाव लड़ने जा रहा है. इस तरह स्टीव चुनाव लड़ने वाले दुनिया के पहले एआई उम्मीदवार बन गए हैं. यदि स्टीव चुनाव जीतते हैं, तो 'एआई स्टीव' चुनाव जीतने वाला पहला उम्मीदवार बनेगा, जो भविष्य की राजनीति ही बदल देगा.
बेहद बड़ी है स्टीव की योजना
Reuters की रिपोर्ट में कहा गया है कि स्टीव की योजना महज अपने AI Clone को चुनाव लड़ाने तक सीमित नहीं है. दरअसल वे पूरी संसदीय व्यवस्था को ही AI के हवाले कर देना चाहते हैं. उन्होंने अपनी SmarterUK पार्टी के तहत चुनाव के बाद ज्यादा से ज्यादा एआई उम्मीदवार तैयार करने का दावा किया है. उन्होंने कहा, हम चुनाव के बाद देश में ज्यादा से ज्यादा एआई कार्यकर्ताओं की भर्ती करेंगे, जो आगे उम्मीदवार बनेंगे. यह एक बड़ी लोकतांत्रिक शुरुआत है.
कंजर्वेटिव पार्टी से चुनाव हार चुके हैं स्टीव
स्टीव ने अपने एआई अवतार का नामांकन दक्षिणी समुद्री तटीय शहर ब्राइटन पवेलियन से उतारा है. हाई प्रोफाइल नेताओं के पास रहने वाली इस सीट पर स्टीव इससे पहले 2022 में कंजर्वेटिव पार्टी की तरफ से स्थानीय चुनाव हार चुके हैं. हालांकि उन्हे उम्मीद है कि इस बार अलग तरह की दावेदारी होने के चलते लोग उनका समर्थन करेंगे.
कौन बैठेगा संसद में स्टीव या एआई स्टीव?
एआई स्टीव यदि ये संसदीय चुनाव जीत भी गया तो शायद ही उसे संसद में बैठने का मौका मिलेगा. दरअसल स्टीव एंडाकॉट ने एक इंटरव्यू में कहा है कि एआई स्टीव उनका सह-पायलट होगा यानी संसद में मैं यानी असली राजनेता जाएगा, जो अपने सह-पायलट द्वारा नियंत्रित होगा.
क्या होगा एआई नेता का लाभ
स्टीव का दावा है कि एआई नेता 24 घंटे जनता के लिए उपलब्ध रहेगा. वह आवास से कचरा उठाने से आव्रजन समस्या तक पर लोगों के साथ रियल टाइम में बातचीत करता है. उनके सुझाव मांगता है और इससे पहले अपने विचार भी उन्हें बताता है. इतना ही नहीं एआई स्टीव के सामने यदि कोई ऐसा मुद्दा आता है, जिसके बारे में उसे जानकारी नहीं है तो वो इंटरनेट पर रिसर्च करने के बाद जवाब देता है. स्टीव एंडाकॉट का दावा है कि एआई स्टीव जनता के लिए हर समय सुलभ रहने वाला नेता होगा.
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