डीएनए हिंदी: रूस और यूक्रेन का युद्ध (Russia Ukraine War) आखिरी नतीजे पर पहुंचेगा इसका अंदाजा अभी किसी को नहीं है. एक तरफ जहां रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) अकेले चट्टान की तरह खड़े हैं, वहीं दूसरी ओर अमेरिका समेत यूरोप के कई देशों से मिल रही मदद की बदौलत यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की भी हथियार डालने के तैयार नहीं हैं. इस बीच यूक्रेन के लाइमैन शहर में जेलेंस्की की सेना का जबरदस्त काउंटर अटैक देखने के मिला. जिसकी वजह से लाइमैन शहर से रूस की सेना को वापस अपने देश लौटना पड़ा.
जानकारी के मुताबिक, यूक्रेन पूर्वी शहर लाइमैन का इस्तेमाल मॉस्को अपने सैनिकों के लिए आखिरी ठिकाने के तौर पर कर रहा था. जवाबी हमलों की कड़ी में यह यूक्रेन के लिए एक और जीत है, जबकि रूसी सैनिकों के लिए शर्मिंदगी वाली बात है. इसके साथ ही इससे रूस का गुस्सा और बढ़ गया है. रूसी रक्षा मंत्रालय ने लाइमैन से रूसी सैनिकों के वापस हटने की घोषणा की लेकिन कहा कि अतिरिक्त संख्या में तैनात सैनिकों को और जगहों पर तैनात किया जाएगा.
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यूक्रेन के लिए बड़ी जीत
रूस की तास और RIA न्यूज एजेंसियों ने रूसी रक्षा मंत्रालय के हवाले से रूसी सैनिकों की वापसी की घोषणा की. लाइमैन यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव से 160 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में है. यूक्रेन की सेना ने जवाबी हमलों में रूस के कब्जे से विशाल क्षेत्र छुड़ा लिया है.
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अब लुहांस्क की ओर बढ़ेंगे यूक्रेनी सैनिक
प्रमुख परिवहन केंद्र लाइमैन ग्राउंड कम्युनिकेशन और रसद दोनों के हिसाब से रूस के लिए महत्वपूर्ण शहर रहा था. अब रूस के हाथ से इसके निकल जाने से यूक्रेनी सैनिक लुहांस्क क्षेत्र में आगे तक बढ़ने की कोशिश कर सकते हैं जो रूस द्वारा शुक्रवार को एक जनमत संग्रह के जरिए अपनी भूमि में मिलाए गए चार क्षेत्रों में से एक है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रूस द्वारा कराए गए जनमत संग्रह की काफी निंदा की जा रही है.
(PTI इनपुट के साथ)
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