डीएनए हिंदी: रूस की सेना को नाको चने चबवाने वाले यूक्रेनी पायलट 'Ghost of Kyiv' की युद्ध के दौरान मौत की पुष्टि हो गई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस पायलट ने रूसी सेना के 40 एयरक्राफ्ट तबाह कर दिए थे. इसी वजह से, इस पायलट को 'Ghost of Kyiv' नाम से जाना जाने लगा था.
बताया गया है कि इस पायलट की मौत पिछले महीने ही हो गई थी, लेकिन पुष्टि अब हो पाई है. यूक्रेनी सेना ने इस बात की पुष्टि की है कि 'Ghost of Kyiv' की मौत हो चुकी है. वह सिर्फ़ 29 साल के थे. उनकी पहचान मेजर स्टेपन ताराबाल्का के रूप में उजागर की गई है.
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यूक्रेनी सेना के मुताबिक, वह MiG-29 विमान उड़ा रहे थे, उसी दौरान दुश्मन सेना ने उनके प्लेन को उड़ा दिया. रिपोर्ट के मुताबिक, यह घटना 13 मार्च की है.
अभी तक छिपाई गई थी पहचान
दरअसल, रूस और यूक्रेन का युद्ध शुरू होने के पहले ही दिन मेजर स्टेपन ने छह रूसी प्लेन मार गिराए थे. इसी के बाद यूक्रेनो लोगों ने उन्हें 'गार्डियन एंजल' नाम दे दिया. उस समय उनकी पहचान गोपनीय रखी गई थी.
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यूक्रेन सरकार के आधिकारिक ट्वीट में कहा गया, 'लोग उन्हें Ghost of Kyiv कहते हैं. यह सही भी है क्योंकि यह योद्धा हमारी राजधानी और देश के आसमान में दबदबा रखता है. यह बहादुर पहले से ही, हमला कर रहे रूसी एयरक्राफ्ट के लिए बुरा सपना साबित हो रहा है.'
मिलेगा यूक्रेन का सर्वोच्च सम्मान
यूक्रेन की सरकार की ओर से बाद में इस पायलट की एक फोटो भी ट्वीट की गई थी, जिसमें उनका चेहरा छिपा हुआ था और वह MiG-29 जेट के कॉकपिट में बैठे थे. उनकी मौत के बाद यूक्रेन सरकार ने उन्हें देश के सर्वोच्च सम्मान 'ऑर्डर ऑफ द गोल्डन स्टार' से सम्मानित करने का एलान किया है. उनके परिवार में उनकी पत्नी और आठ साल का एक बेटा है.
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