डीएनए हिंदी: US News- अमेरिका में अगले साल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव की सरगर्मी तेज हो गई है. रिपब्लिकन पार्टी से पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फिर से चुनाव लड़ने की ताल ठोक रखी है. अब मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी ऐलान कर दिया है कि वे साल 2024 में दोबारा राष्ट्रपति बनने के लिए चुनावी संग्राम में उतरने जा रहे हैं. उन्होंने साल 2019 में व्हाइट हाउस में अपनी एंट्री की चौथी वर्षगांठ के मौके पर मंगलवार को एक वीडियो के जरिए अपने इस फैसले की घोषणा की है. उधर, उनकी भारतवंशी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने भी एक बार फिर बाइडेन की डिप्टी बनने के लिए चुनाव में उतरने की घोषणा कर दी है यानी साल 2024 के चुनाव में भी बाइडेन-हैरिस की जोड़ी ही डेमोक्रेटिक पार्टी के अन्य चेहरों के सामने खड़ी दिखाई देगी.
बाइडेन ने 3 मिनट के वीडियो में कही ये बात
अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति जो बाइडेन ने दोबारा चुनाव लड़ने की घोषणा 3 मिनट के एक वीडियो में की है. इस वीडियो में उन्होंने 'आजादी' शब्द पर खासा जोर दिया है. उन्होंने कहा, साल 2024 के चुनाव में उनके सबसे अहम मुद्दे गर्भपात का अधिकार, लोकतंत्र की रक्षा, मतदान का अधिकार और सामाजिक सुरक्षा का अधिकार रहेंगे. उन्होंने कहा कि वोटर्स को यह तय करना है कि वे अगली पीढ़ी को क्या देना चाहते हैं, 'ज्यादा या कम आजादी' और 'ज्यादा या कम अधिकार'. बाइडेन ने अपने इलेक्शन कैंपेन की मैनेजर व्हाइट हाउस की वरिष्ठ सलाहकरा जूली चावेज रोड्रिगेज को बनाया है.
पार्टी में चुनौती नहीं, उम्र ही आड़े आ सकती है बाइडेन के
डेमोक्रेटिक पार्टी के सूत्रों के मुताबिक, जो बाइडेन के अगला चुनाव लड़ने की राह में पार्टी के अंदर कोई चुनौती मिलने की संभावना नहीं है. पार्टी के पास उनके कद के बराबर कोई भी दूसरा कैंडिडेट नहीं है. हालांकि बाइडेन की उम्र उनकी राह रोक सकती है. बाइडेन इस समय 80 साल के हैं और यदि वे दोबारा राष्ट्रपति बनते हैं तो कार्यकाल खत्म होने तक करीब 86 साल के हो जाएंगे. इतने बुजुर्ग राष्ट्रपति को अमेरिकी वोटर्स का साथ मिलेगा या नहीं, इसे लेकर पार्टी के अंदर संशय हो सकता है. हालांकि बाइडेन ने अपनी दावेदारी की घोषणा करते हुए कहा, मुझे अपना काम खत्म करने के लिए एक और मौका चाहिए. मेरी उम्र मेरी प्रशासन चलाने की योग्यता की राह में बाधा नहीं बनेगी.
अमेरिका की पहली महिला उपराष्ट्रपति बनी थीं कमला
जो बाइडेन के डिप्टी के तौर पर पिछले चुनाव में जीत हासिल करने के बाद भारतीय मूल की कमला हैरिस ने इतिहास रचा था. 58 साल की कमला अमेरिका की पहली महिला उपराष्ट्रपति बनी थीं. साथ ही वे पहली एफ्रो-अमेरिकी और एशियाई-अमेरिकी मूल की उपराष्ट्रपति भी थीं. उन्होंने अपने दोबारा चुनाव लड़ने की घोषणा करते हुए कहा, एक अमेरिकी होने के नाते हम स्वतंत्रता और अधिकार में विश्वास रखते हैं. हमें विश्वास है कि हमारा लोकतंत्र उतना ही मज़बूत होगा जितना हमारी इसके लिए लड़ने की इच्छा है. इसी वजह से जो बाइडेन और मैं दोबारा चुनाव लड़ने जा रहे हैं.
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