डीएनए हिंदी: हूती विद्रोहियों के लगातार हमले झेल रहे संयुक्त अरब अमीरात को अमेरिका से मदद मिली है. अमेरिका ने हूतियों को सबक सिखाने के लिए अपने बेहद शक्तिशाली और खतरनाक फाइटर जेट भेजे हैं. अमेरिका F-22 फाइटर जेट और एक गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रायर को यूएई के आसपास तैनात करेगा. अमेरिका का जंगी जहाज यूएसएस कोल खाड़ी देश के आसपास समुद्र में गश्त लगाएगा.
अमेरिकी सेना ने जारी किया बयान
अमेरिकी सेना के मध्य कमान ने बयान जारी कर हूती विद्रोहियों के खिलाफ यूएई की मदद की जानकारी दी है. बयान में कहा गया है, 'हम समझते हैं कि यह संकट के समय एक दोस्त की दूसरे दोस्त को की जाने वाली मदद है.' अमेरिकी सेना सेट्रल कमांड के कमांडर केनेथ एम मैकेंजी इस समय यूएई के आधिकारिक दौरे पर हैं. उन्होंने कहा कि फाइटर जेट और जंगी जहाज की तैनाती यूएई की हवाई रक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए है. यूएई इस समय हूती विद्रोहियों के मिसाइल और ड्रोन हमलों का सामना कर रहा है.
पढ़ें: कौन हैं Houthi Rebel जिनके लिए आमने-सामने हैं सऊदी अरब और ईरान
F-22 की ताकत बेमिसाल, खतरनाक विमानों में शुमार
एफ-22 रैप्टर पांचवी पीढ़ी के लड़ाकू विमान हैं. इन विमानों को दुनिया के सबसे शक्तिशाली और खतरनाक लड़ाकू विमानों में गिना जाता है. एफ-22 रैप्टर को अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन ने बनाया है. एफ-22 को 15 दिसंबर 2005 को अमेरिका की वायु सेना में शामिल किया गया था. इन विमानों की खासियत है कि ये लंबी दूरी में भी अभेद्य लक्ष्यों को मार गिराने में सक्षम हैं. अमेरिका ने अबतक एफ-22 के 195 यूनिट्स को बनाया है. इनमें से 8 विमान टेस्टिंग के लिए रखे गए हैं. बाकी के 187 एफ-22 रैप्टर अमेरिका वायु सेना में ऑपरेशनल हैं.
क्या है हूती विद्रोहियों और UAE की दुश्मनी की कहानी?
यमन के हूती विद्रोहियों की कहानी और इतिहास दोनों पुराना है. हूतियों के विद्रोह का असर सिर्फ यमन तक नहीं है. एशिया में शक्ति संतुलन की बात करें तो हूती विद्रोह को समर्थन और दबाने के नाम पर ईरान और सऊदी अरब आमने-सामने हैं. शिया हूतियों के समर्थन में ईरान है. वहीं, सऊदी अरब और UAE जैसे देश हूतियों के विरोध में है. पिछले दिनों हूतियों ने अबू धाबी में टैंकरों को निशाना बनाया था. इसके बाद से तनाव की स्थिति बरकरार है.
पढ़ें: Saudi Airstrikes On Yemen: हूती विद्रोहियों पर ढाया कहर, UN ने की हमले की निंदा