डीएनए हिंदी: रूस और यूक्रेन के बीच जारी तनाव आखिरकार युद्ध तक आ ही पहुंचा. रूस ने यूक्रेन को बड़ा नुकसान पहुंचाया है. रूस की वायुसेना ने गुरुवार को यूक्रेन पर मिसाइल से कई अटैक किए. रूस का दावा है कि उसने यूक्रेन का एयर डिफेंस सिस्टम तबाह कर दिया है. हालांकि यूक्रेन ने भी रूस के कई विमानों को मार गिराने के दावा किया लेकिन उसके राष्ट्रपति दुनियाभर के देशों से मदद की गुहार भी लगाते नजर आए.
आइए आपको 5 बिंदुओं में बतातें हैं रूस और यूक्रेन में के बीच तनाव की वजह
1. साल 1991 में सोवियत संघ टूटने के बाद 14 देश बने. यूक्रेन भी उन्ही देशों में से एक है. माना जाता है कि पुतिन फिर से यूनाइटेड रशिया बनाना चाहते हैं. यूक्रेन के दो इलाकों लुहान्सक और दोनेत्स्क को रूस ने जब स्वतंत्र देश घोषित किया तो यूएन सिक्योरिटी काउंसिल में यूएस एंबेसडर ने भी कहा था- पुतिन दुनिया को वापस यूनाइटेड रूस के दौर में ले जाना चाहते हैं.
2. 1991 में रूस से अलग होने के बाद से लेकर साल 2014 तक यूक्रेन में ऐसी सरकारें रहीं जो रूस के समर्थन से चलती थीं. लेकिन 2014 के बाद से यूक्रेन में अमेरिका और यूरोप समर्थक सरकारें चल रही हैं. यूक्रेन के मौजूदा राष्ट्रपति Volodymyr Zelenskyy भी उन्ही में से एक माने जाते हैं.
3. यूक्रेन NATO का सदस्य देश बनना चाहता है. अगर ऐसा होता है तो अमेरिका की पहुंच रूस के बॉर्डर तक हो जाएगी. पुतिन कभी नहीं चाहेंगे कि अमेरिका उनके बॉर्डर तक आ जाए.
4. यूक्रेन की आबादी में मुख्य तौर पर तीन तरह के लोग हैं. एक हैं Russian, दूसरे Ukranian और तीसरे हैं Tatars. यूक्रेनियन लोग रूस को पसंद नहीं करते हैं. यूक्रेन के बिजनेस पर इन्ही लोगों का कब्जा है. Tatars भी पूर्वी यूरोप के समर्थक हैं. इसे भी दोनों देशों के बीच तनाव का कारण एक माना जा सकता है.
5. 2014 में भी रूस द्वारा यूक्रेन के हिस्से क्रीमिया पर कब्जा करना भी दोनों देशों की बीच तनाव का एक कारण है.
रिपोर्ट- पुष्पेंद्र कुमार
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