डीएनए हिंदी: आर्थिक तंगी के बाद श्रीलंका (Sri lanka) में व्याप्त रोष के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि पीएम महिंदा राजपक्षे इस्तीफा दे सकते हैं लेकिन प्रधानमंत्री कार्यालय ने रविवार को पीएम महिंदा राजपक्षे (Mahinda Rajapaksa) के इस्तीफे की खबरों का खंडन किया है. साथ ही कहा है ऐसी कोई संभावना नहीं है. श्रीलंका वर्तमान में विदेशी मुद्रा की कमी का सामना कर रहा है जिसके कारण खाना, ईंधन, बिजली और गैस की भारी कमी हो गई है. श्रीलंका ने आर्थिक सहायता के लिए मित्र देशों की सहायता मांगी है. देश में रोजाना लंबे समय तक बिजली कटौती हो रही है.
कर्फ्यू के बावजूद लोगों का विरोध
शहर में सभी कारें पार्किंग में खड़ी हैं और सड़कें सुनसान हैं. पुलिस बल और सेना के जवान शहर में हर जगह तैनात हैं और वाहनों की जांच कर रहे हैं. फिर भी पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. लोग कर्फ्यू तोड़कर बाहर निकल रहे हैं.
श्रीलंका के मीडिया कोलंबो गजट ने बताया कि छोटी सड़कों, अपार्टमेंट परिसरों और देश भर के कई इलाकों से जनता के विरोध प्रदर्शनों की सूचना मिली. विपक्ष ने आज कोलंबो में सरकार के खिलाफ "गो गोटाबाया गो" के नारे के साथ विरोध प्रदर्शन किया. कोलंबो की सड़कों पर रविवार को सुनसान नजारा था. राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन के बाद कर्फ्यू लगा दिया गया.
श्रीलंका ने रविवार को पश्चिमी प्रांत में शनिवार शाम छह बजे से सोमवार सुबह छह बजे तक लगाए गए कर्फ्यू का उल्लंघन करने वाले 600 से अधिक प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया. पुलिस ने कहा कि पश्चिमी प्रांत में कल रात 10 बजे से आज सुबह छह बजे के बीच 664 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
राष्ट्रपति के घर के सामने आत्महत्या
स्थानीय पुलिस ने बताया कि विरोध प्रदर्शन के दौरान कथित तौर पर नशे में धुत एक 53 वर्षीय व्यक्ति ने मिरिहाना में राष्ट्रपति के घर के सामने आत्महत्या कर ली. विरोध प्रदर्शनों से निपटने के लिए श्रीलंका सरकार ने रविवार 3 अप्रैल की मध्यरात्रि के बाद देशव्यापी सोशल मीडिया ब्लैकआउट भी कर दिया. फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सएप, यूट्यूब, स्नैपचैट, टिकटॉक और इंस्टाग्राम सहित कुछ दो दर्जन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म प्रभावित हुए हैं.
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