Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

UP Election 2022: दूसरे चरण की वोटिंग में दांव पर होगी इन नेताओं की प्रतिष्ठा

UP Election 2022 के दूसरे चरण में योगी कैबिनेट के कई मंत्रियों और सपा के दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर होगी.

UP Election 2022: दूसरे चरण की वोटिंग में दांव पर होगी इन नेताओं की प्रतिष्ठा

CM Yogi vs Akhilesh Yadav. (File Photo)

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

TRENDING NOW

डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Election 2022) के पहले चरण का मतदान पूर्ण होने के बाद अब दूसरे चरण के लिए सियासी पारा चढ़ने लगा है. दूसरे चरण में 9 जिलों की 55 सीटों पर मतदान होना है. खास बात यह है कि 55 सीटों में उत्तर प्रदेश की राजनीति के कई दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर होगी. ये दिग्गज नेता अपनी सीट के अलावा प्रदेश की राजनीति को भी प्रभावित करते हैं. 

इन जिलों में होगी वोटिंग 

UP Election 2022 के मतदान के दूसरे चरण में 9 जिलों की 55 सीटों पर मतदान होगा. इस चरण में अमरोहा, बरेली, बिजनौर, बदायूं, मुरादाबाद, रामपुर, सहारनपुर, संभल और शाहजहांपुर जैसे जिले शामिल हैं. खास बात यह है कि इसमें मुस्लिम मतदाता सबसे बड़े गेम चेंजर साबित हो सकते हैं क्यों मुस्लिम समुदाय की आबादी इन जिलों में सर्वाधिक है.

दांव पर है इनकी प्रतिष्ठा 

दरअसल, दूसरे चरण में योगी कैबिनेट (Yogi Cabinet) के मंत्री सुरेश खन्ना (Suresh Khanna) और गुलाबो देवी की कड़ी परीक्षा होने वाली है. इसके साथ ही बलदेव सिंह औलख भी चुनावी मैदान में हैं. वहीं विपक्षी दल की बात करें तो समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की तरफ से रामपुर के सांसद आजम खान (Azam Khan), उनके बेटे अब्दुल्ला आज़म समेत कमाल अख्तर और महबूब अली जैसे कद्दावर नेता शामिल हैं और ये चुनाव इन सभी नेताओं का राजनीतिक भविष्य तय करने वाला हो सकता है. 

इसके अलावा इस चरण में योगी सरकार में मंत्री रहे और अंत समय में सपा में जाने वाले नेता धर्म सिंह सैनी का भी बड़ा टेस्ट होगा. सपा ने उन्हें सहारनपुर की नकुड़ से अपना प्रत्याशी बनाया है. ऐसे में अब यह भी देखना होगा कि धर्म सिंह सैनी का भाजपा छोड़ने का दांव सही साबित होता है या उन्हें एक नया झटका मिलता है. 

यह भी पढ़ें- Akhilesh Yadav ने चुनाव आयोग से गुहार लगाई, कहा-EVM ठीक रहे क्योंकि लोग देना चाहते हैं वोट

प्रदर्शन दोहराने की चुनौती

गौरतलब है कि साल 2017 के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने इन 9 जिलों की 55 सीटों में से 38 सीटें जीती थीं. वहीं मोदी लहर के बीच इस इलाके में समाजवादी पार्टी के खाते में 15 सीटें और कांग्रेस को 2 सीटें ही मिली थी. बहुजन समाजवादी पार्टी इन जिलों में अपना खाता भी नहीं खोल सकी थी. ऐसे में मुस्लिम बहुल क्षेत्र में भाजपा का प्रदर्शन कैसा होगा यह सभी के लिए चर्चा का विषय है क्योंकि सपा इस बार मुस्लिम मतदाताओं को लुभाने की लगातार कोशिश कर रही है. ऐसे में इस चरण में सपा और भाजपा के बीच एक कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है.

यह भी पढ़ें- चुनावी मैदान में उतरीं Navjot Singh Sidhu की बेटी, कहा- 'जब तक पापा जीत नहीं जाते, शादी नहीं करुंगी'

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement