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DNA एक्सप्लेनर: 2029 में धरती के कितने नजदीक से गुजरेगा एपोफिस एस्टेरॉयड?

क्षुद्रग्रह एपोफिस चिंता का कारण बना हुआ है और इसकी वजह यह है कि 2029 में ये धरती से बेहद करीबी से गुजर सकता है.

DNA एक्सप्लेनर: 2029 में धरती के कितने नजदीक से गुजरेगा एपोफिस एस्टेरॉयड?

प्रतीकात्मक तस्वीर| फोटो सोर्स: Pixabay

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डीएनए हिंदी: एपोफिस एस्टेरॉयड 99942. वैज्ञानिक इस नाम को सुन के सिहर जाते हैं. वजह है इस क्षुद्रग्रह (Apophis Asteroid) के धरती से टकराने की उच्च आशंका. वैज्ञानिक हमेशा इस क्षुद्रग्रह को माहाविनाशक मानते आए हैं. समय-समय पर दावा किया जाता रहा है कि यह एस्टेरॉयड धरती से टकरा सकता है.

एपोफिस एस्टेरॉयड का आकार 370 मीटर है. वैज्ञानिकों को जब पहली बार इस क्षुद्रग्रह के बारे में जानकारी मिली थी तभी से वे आशंकित थे. अब खगोल वैज्ञानिकों (अंतरिक्ष वैज्ञानिक, Astronomers) ने एक स्टडी में दावा किया है कि कोई भी एएस्टेरॉयड अभी धरती से टकराता नजर नहीं आ रहा है.

नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) ने ऐलान किया है कि अगली सदी तक धरती की सतह से कोई क्षुद्रग्रह नहीं टकराएगा. फिर भी क्षुद्रग्रह एपोफिस चिंता का कारण बना हुआ है और इसकी वजह यह है कि 2029 में ये धरती से बेहद करीब से गुजर सकता है.

धरती के कितने करीब से गुजरेगा एपोफिस एस्टेरॉयड?

खगोलविदों (Astronomers) ने अमेरिका के एरिजोना स्थित किट पीक नेशनल ऑब्जर्वेटरी में 9 जून, 2004 को एक क्षुद्रग्रह देखा था. पहले वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया कि एपोफिस एस्टेरॉयड का व्यास 450 मीटर है जो दुनिया की सबसे ऊंची मानव निर्मित गगनचुंबी बिल्डिंग 'बुर्ज' के आकार का लगभग आधा है. दुबई स्थित बुर्ज बिल्डिंग की ऊंचाई लगभग 828 मीटर है. वैज्ञानिकों ने बाद में अनुमान लगाया कि इसका व्यास करीब 370 मीटर है.

एपोफिस एस्टेरॉयड 13 अप्रैल 2029 को धरती से 32,000 किलोमीटर की दूरी से होकर गुजरेगा. जैसे चंद्रमा की धरती से दूरी 384,400 किलोमीटर दूर है वैसे ही इस क्षुद्रगह की दूरी, 13 अप्रैल 2029 को 32,000 किलोमीटर की रहेगी. जाहिर सी बात है कि इसकी दूरी धरती से इस तिथि को बेहद कम होगी. एपोफिस धरती से गुजरने वाला सबसे नजदीकी क्षुद्रग्रह होगा जिसका आकार 370 मीटर का होगा. 13 अप्रैल 2029 को यह ग्रह धरती के इतने करीब से गुजरेगा कि पूर्वी गोलार्ध में कोई भी इसे बिना दूरबीन या ऑब्जरवेट्रीज (वेधशाला, Observatories) के देख सकेगा.  

कैसे पड़ा एपोफिस नाम?

एपोफिस एस्टेरॉयड एटेन क्लास का क्षुद्रग्रह है. क्षुद्रग्रह भी अन्य ग्रहों की तरह सूर्य की परिक्रमा करते हैं. ऐसे में परिक्रमा के दौरान ही धरती के कक्ष (Orbit) में यह टकरा सकता है. एस्ट्रोनॉमी पत्रिका में प्रकाशित 2005 की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस क्षुद्रग्रह के सह-खोजकर्ता डेव थोलेन और रॉय टकर एक टीवी सिरीज फैंटेसी सिरीज स्टारगेट एसजी-1  के प्रशंसक थे जिसके खलनायक का नाम एपोफिस था.

एपोफिस एस्टेरॉयड का क्या था रूट, धरती से टकराने की कितनी थी संभावना?

एपोफिस एस्टेरॉयड को 2 साल तक टोरिना इम्पैक्ट (प्रभाव) ने 'खतरनाक स्केल' की रेटिंग में रखा था. संभावित खतरनाक क्षुद्रग्रहों में 4 स्टार रेटिंग पाने वाला यह पहला क्षुद्रग्रह था. वैज्ञानिक पहले इस चिंता में थे कि इसकी धरती से दूरी बेहद कम होगी इसका भार ज्यादा होगा और रफ्तार बेहद तेज होने वाली है. वैज्ञानिकों में शुरुआत से ही इस बात की चिंता थी.

कुछ वैज्ञानिकों का मानना शुरु से था कि एपोफिस एस्टेरॉयड के धरती से टकराने की आशंका कम है. हालांकि यह आशंका भी लगातार बनी हुई थी कि कभी न कभी यह क्षुद्रग्रह धरती की परिधि से टकराएगा. कोई भी क्षुद्रग्रह अपनी कक्षा से बाहर जा सकता है अगर वह सही वक्त पर किसी 'कीहोल' (Keyhole) से होकर गुजरे.

2029 में एपोफिस एस्टेरॉयड के पृथ्वी से टकराने की आशंका थी. अनुमान लगाया जा रहा है कि यह क्षुद्रग्रह किसी कीहोल से होकर गुजरेगा. अगर ऐसा होगा तो इसकी कक्षा बदल सकती है. हालांकि इसके 2036 में धरती से टकराने की आशंका है जिस पर वैज्ञानिक नजर रखे हुए हैं. वैज्ञानिकों का यह भी अनुमान है कि 2036 में भी यह क्षुद्रग्रह धरती से नहीं टकराएगा.

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