Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

Peepal Health Benefits: यह पेड़ सिर्फ छाया ही नहीं देता, शरीर के हर अंग को रखता है स्वस्थ

Peepal tree के फायदे जानकर हैरान हो जाएंगे आप, सिर्फ पेड़ नहीं इसकी छाल और पत्ते दूर रखते हैं आपको कई बीमारियों से

Peepal Health Benefits: यह पेड़ सिर्फ छाया ही नहीं देता, शरीर के हर अंग को रखता है स्वस्थ
FacebookTwitterWhatsappLinkedin

TRENDING NOW

डीएनए हिंदी: पीपल का पेड़ अपने विशाल आकार और घनी छाया के लिए जाना जाता है. हवा चलने पर इसकी पत्तियों से तालियों के बजने जैसी आवाज आती है लेकिन इन्हीं पीपल की पत्तियों के स्वास्थ्य संबंधी कई ऐसे फायदे हैं जो आपको स्वस्थ रहने में मदद कर सकते हैं. पीपल की पूजा की जाती है और भक्ति में इस पेड़ के गुणों के बारे में बात होती है.

आज हम पीपल के पेड़ और इसकी पत्तियों के स्वास्थ्य संबंधी फायदों पर बात करेंगे. पीपल का वैज्ञानिक नाम फिकस रेलिगिओसा (Ficus Religiosa) है. पीपल के पत्ते ही नहीं बल्कि पूरा पेड़ ही इतना उपयोगी है कि आप सोच भी नहीं सकते. 

यह भी पढ़ें- नमक के पानी के फायदे और नमक से नहाने के फायदे, जानिए यहां

पीपल के फायदे (Health Benefits of Peepal Tree and Leaves in Hindi)

अस्थमा में

अस्थमा को ठीक करने में पीपल के पत्ते खूब काम आते हैं. एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार यह देखा गया है कि पीपल के पत्ते के अर्क में ऐसे विशेष गुण पाए जाते हैं जो ब्रोंकोस्पास्म (bronchospasm –अस्थमा की एक स्थिति)पर प्रभावी असर दिखा सकता है

पेट दर्द में

अगर आपके आस-पास पीपल का पेड़ है तो जब कभी आपको पेट में दर्द की समस्या होती है आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं. एक वैज्ञानिक अध्ययन में यह देखा गया है कि पीपल के पत्ते में एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एनाल्जेसिक (Analgesic – दर्द निवारक गुण) गुण पाए जाते हैं, जो विभिन्न प्रकार के दर्द और सूजन की समस्या को ठीक कर सकते हैं

फटी हुई एड़ियों के लिए

आपने कभी न कभी अपने किसी करीबी या परिवार के सदस्यों में फटी हुई एड़ियों की समस्या जरूर देखी होगी. इस समस्या में पीपल का फायदा देखा जा सकता है. फटी एड़ियों के लिए आप पीपल की छाल का इस्तेमाल कर सकते हैं. दरअसल, पीपल की छाल में एंटीमाइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं, जिस कारण इसे फूट क्रीम (पैरों के लिए) को तैयार करने में भी इस्तेमाल किया जाता है

डायरिया की समस्या में

डायरिया की समस्या से उबरने के लिए आप पीपल की छाल का उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि पीपल की छाल में एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं. अगर इसकी छाल से निकलने वाले अर्क का सेवन किया जाए, तो यह डायरिया की समस्या को प्रभावी रूप से ठीक कर सकता है

हृदय स्वास्थ्य के लिए

एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार, अगर पीपल का पत्ता रात भर भिगोकर रखा जाए और अगले दिन अर्क का सेवन तीन बार किया जाए, तो हृदय से जुड़ी समस्याओं को कम किया जा सकता है. इसके अतिरिक्त पीपल ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस और सूजन को भी कम करता है साथ ही इसमें कार्डियोप्रोटेक्टिव गुण (हृदय रोगों से सुरक्षा प्रदान करने का गुण) भी पाया जाता है

लीवर के लिए

लीवर के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए पीपल पर भरोसा किया जा सकता है.एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार यह देखा गया कि पीपल में हेपोप्रोटेक्टिव क्रिया (लीवर को डैमेज होने से बचाने वाली एक क्रिया) पाई जाती है. एक अन्य वैज्ञानिक रिपोर्ट में भी बताया गया है कि अर्क का उपयोग करने से लीवर को खराब होने से बचाया जा सकता है।

खून को शुद्ध करने में

रक्त शुद्धीकरण करने के लिए पीपल के लाभ आपकी मदद कर सकते हैं. आयुर्वेद में पीपल की पत्तियों को रक्त की अशुद्धता को दूर करके, त्वचा रोग को ठीक करने के लिए लिए इस्तेमाल किया जाता है. पीपल की पत्तियों में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुण पाए जाते हैं और एक वैज्ञानिक शोध के आधार पर यह भी बताया गया कि पीपल की पत्तियों के अर्क को पीने से रक्त शुद्ध हो सकता है।

सेहत से जुड़ी तमाम खबरें यहां एक क्लिक पर पढ़ें

  • इसके अलावा पीपल तनाव कम करता है
  • पीपल से आंखों की सभी समस्याएं ठीक हो जाती हैं
  • पीपल के पत्तों को छांव में सुखाकर मिश्री के साथ इसका काढ़ा बनाकर पीने से सर्दी-जुकाम में काफी लाभ होता है
  • भूख बढ़ाने के लिए पीपल का प्रयोग करें
  • शारीरिक कमजोरी को दूर करता है
  • त्वचा पर होने वाली समस्याओं जैसे दाद, खाज, खुजली में पीपल के कोमल पत्तों को खाने या इसका काढ़ा बनाकर पीने से लाभ होता है
  • फायदों के साथ-साथ हर चीज के नुकसान भी होते हैं, पीपल के भी कुछ नुकसान हैं
  • पीपल पत्ते के अधिक सेवन करने से इसका कड़वा स्वाद आपको उल्टी करवा सकता है।
  • पीपल के पत्ते में कैल्शियम होता है.इसका अधिक सेवन करने से प्रोस्टेट कैंसर और हृदय रोग का खतरा बढ़ा सकता है
  • पीपल की पत्ती में फाइबर की मात्रा पाई जाती है और अनिश्चिचित मात्रा में किया गया उपयोग पेट में गैस, दर्द और मरोड़ की समस्या उत्पन्न कर सकता है

    देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए  हिंदी गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement