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Navratri Fast Trivia : श्रीराम ने भी रखा था नवरात्रि का व्रत, मां दुर्गा ने दिया था यह वर, जानिए कथा

Navratri Katha : कहा जाता है भगवान राम ने भी पूरे विधि-विधान से नवरात्रि का उपवास रखा था. कब और क्यों? आइए जानते हैं इस कथा के बारे में

Navratri Fast Trivia : श्रीराम ने भी रखा था नवरात्रि का व्रत, मां दुर्गा ने दिया था यह वर, जानिए कथा

श्री राम ने भी रखा था नवरात्रि का उपवास

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डीएनए हिंदीः आज से शारदीय नवरात्रि का पर्व शुरू हो चुका है, इस दौरान भक्त घर में या पंडालों में 9 दिनों तक देवी दुर्गा की पूजा अर्चना करते हैं (Shardiya Navratri 2022). धार्मिक ग्रन्थों में नवरात्रि के महात्म्य को लेकर कई कथाएं प्रचलित हैं, जिसमें देवी देवताओं के द्वारा नवरात्रि का उपवास रखने का जिक्र मिलता है. नवरात्रि उपवास (Navratri Fast) को लेकर भगवान राम से जुड़ी एक कथा भी प्रचलित है. देवी भागवत पुराण के अनुसार भगवान राम ने भी पूरे विधि-विधान से नवरात्रि का उपवास रखा था, जिसके बाद मां दुर्गा ने स्वयं प्रगट होकर श्री राम को आशीर्वाद प्रदान किया था. चलिए जानते हैं भगवान राम से जुड़ी इस प्रचलित कथा के बारे में. 

नारद मुनि ने व्रत के संदर्भ में भगवान राम को दिया था उपदेश 

देवी भागवत पुराण में भगवान राम के नवरात्रि का व्रत रखने का जिक्र मिलता है. देवी सीता के हरण के बाद भगवान राम व्याकुल थे और अपने छोटे अनुज लक्ष्मण से बात कर रहे थे, उसी दौरान नारद मुनि वहां पहुंच गए. नारद मुनि ने भगवान राम को रावण से विजय प्राप्त करने के लिए नवरात्रि के अनुष्ठान का उपदेश दिया, साथ ही उन्होंने श्री राम को यह भी  याद दिलाया कि उन्होंने अपने हर अवतार में देवी शक्ति की आराधना की थी. 

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भगवान राम के नवरात्रि उपवास के लिए नारद मुनि ने खुद उनका आचार्य बनना स्वीकार किया. नारद मुनि ने भगवान राम से कहा यह करना मेरे लिए बहुत प्रसन्नता की बात होगी. जिसके बाद भगवान राम को नारद मुनि ने नवरात्रि अनुष्ठान की विधि बताई. 

देवी दुर्गा ने प्रगट हो कर भगवान राम को दिया था आशीर्वाद

नारद मुनि के कहे अनुसार भगवान राम ने किष्किंधा पर्वत की समतल भूमि पर सिंहासन तैयार करवाकर उस पर मां दुर्गा को स्थापित किया. जिसके बाद भाई लक्ष्मण के साथ पूरे 9 दिनों तक उपवास करते हुए पूरे विधि-विधान से हवन व पूजन किया. मां दुर्गा भगवान राम और लक्ष्मण के अनुष्ठान से प्रसन्न हुईं और अष्ठमी तिथि को आधी रात में प्रगट हो कर दोनों भाईयों को दर्शन दिया.

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मां दुर्गा ने भगवान राम के सभी अवतारों की प्रशंसा करते हुए उन्हें रावण पर विजय प्राप्ति का आशीर्वाद दिया, साथ ही उन्हें पृथ्वी पर 11 हजार वर्षों तक शासन करने का भी आशीर्वाद प्रदान किया. जिसके बाद भगवान राम ने रावण से युद्ध किया और दशमी के दिन रावण का वध कर माता सीता को सकुशल वापस ले आए.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

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