रतन टाटा आज हमारे बीच नहीं हैं लेकिन अपने परोपकार के कामों की वजह से वह हमेशा देशवासियों के दिलों में जिंदा रहेंगे.
दान देने के मामले में रतन टाटा हमेशा आगे रहते थे. कोरोना से लड़ने के लिए टाटा ग्रुप ने देश को 1500 करोड़ रुपये दान दिया था.
लेकिन क्या आपको पता है कि रतन टाटा ने राम मंदिर को कितना दान किया था? आगे की स्लाइड्स में हम आपको इससे जुड़ी जानकारी देने वाले हैं.
राम मंदिर के निर्माण के लिए टाटा ग्रुप के दान से जुड़ी तो कोई जानकारी पब्लिक डोमेन में नहीं है लेकिन राम मंदिर संग्रहालय बनाने के लिए टाटा संस ने धनराशि निर्धारित की है.
टाटा संस राम मंदिर संग्रहालय के निर्माण में 750 करोड़ रुपये खर्च करेगा. इसमें से 650 करोड़ रुपये बुनियादी ढांचे, डिज़ाइन और आंतरिक कार्यों के निर्माण पर खर्च होंगे.
वहीं बाकी के 100 करोड़ रुपये उस जगह के विकास में खर्च होंगे जहां यह संग्रहालय बनाया जाएगा. इस म्यूजियम में देशभर के मंदिरों के इतिहास और परंपराओं के बारे में बताया जाएगा.
रतन टाटा ने कई बार जरूरतमंदों क मद करके इंसानियत दिखाई है. वह अपनी कमाई का लगभग 60 से 70 प्रतिशत हिस्सा जरूरतमंदों को दान करते थे. उन्होंने आईआईटी बॉम्बे, कोरेल यूनिवर्सिटी जैसे एजुकेशनल इंस्टीट्यूट को भी करोड़ों रुपयों का दान किया था.