Aug 15, 2024, 04:39 PM IST

SBI ग्राहकों के लिए बुरी खबर...

Meena

भारत के सबसे बड़े सरकारी बैंक ने आज 15 अगस्त के अवसर पर अपने ग्राहकों को एक जोर का झटका दिया है. अगर आप भी एसबीआई के ग्राहक हैं तो बैंक का ये बड़ा फैसला जरूर जान लें. वरना बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है. 

SBI ने अपने अलग-अलग टैन्योर के लिए मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट्स  (SBI MCLR Hike) में 10 बेसिस पॉइंट्स की बढ़ोतरी का फैसला लिया है. नई दरें आज से लागू हो चुकी हैं. 

MCLR दर में संशोधन का मतलब है कि एजुकेशन लोन, कार लोन, होम लोन आदि जैसे कर्ज महंगे हो जाएंगे. कर्ज का महंगा होना ग्राहकों के लिए बुरी खबर के रूप में सामने आया है. 

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की तरफ से एमसीएलआर में बढ़ोतरी का यह लगातार तीसरा महीना है. नई दरों के लागू होने के साथ ही तीन साल की अवधि के लिए एसबीआई का नया एमसीएलआर अब 9%  से बढ़कर 9.10% हो गया है.

ओवरनाइट एमसीएलआर 8.10 प्रतिशत से बढ़कर 8.20 प्रतिशत हो गया है. तो वहीं, एक महीने के टर्म के लिए MCLR दर 8.35% से बढ़कर 8.45%, तीन महीने की दर  8.40% से बढ़कर 8.50% हो गई है. 

छह महीने के लिए 8.75% से बढ़कर 8.85%, एक साल के टैन्योर के लिए 8.85% से बढ़कर 8.95% और दो साल के टैन्योर के लिए दो साल  के लिए  8.95% से बढ़कर 9.05% और तीन साल के लिए 9.00% से बढ़कर 9.10% हो गया है. 

एसबीआई से पहले कैनरा बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा और यूको बैंक भी अपने एमसीएलआर दरों में बदलाव कर चुके हैं. इनकी दरें भी इसी महीने से लागू हो चुकी हैं. 

जब कोई भी बैंक एमसीएलआर दर में बदलाव करती है तो उसका सीधा असर उसके ग्राहकों पर पड़ता है.

एमसीएलआर वह मिनिमम दर होती है, जिसके नीचे कोई भी बैंक ग्राहकों को लोन नहीं दे सकता. एमसीएलआर जितना बढ़ता है लोन पर ब्याज भी उतना बढ़ जाता है. 

हालांकि एमसीएलआर बढ़ने के साथ ही ईएमआई पर प्रभाव नहीं पड़ता है, बल्कि इसमें चेंज रीसेट डेट पर ही लागू किया जाता है.