Feb 4, 2024, 09:38 PM IST

भारत में क्यों लागू नहीं हो पा रहा है यूनिफॉर्म सिविल कोड?

Abhishek Shukla

यूनिफॉर्म सिविल कोड की राह भारत में आसान नहीं है.

धार्मिक और जनजातीय परंपराएं इस कानून के लिए सबसे बड़ी बाधा हैं.

कुछ समुदाय, अपने धार्मिक परंपराओं को सरेंडर करने के लिए तैयार नहीं हैं.

सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता विशाल अरुण मिश्र कहते हैं कि मुस्लिम समुदाय, यूनिफॉर्म सिविल कोड का सबसे बड़ा विरोधी तबका है.

वे शरियत कानूनों से इतर, दूसरे व्यक्तिगत कानूनों को मानने से इनकार करते रहे हैं.

सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता विशाल अरुण मिश्र कहते हैं कि अगर यह कानून बना तो संपत्ति से लेकर शादी तक के नियम बदलेंगे. 

मुस्लिम नेताओं को समान नागरिक संहिता पर ऐतराज है. असदुद्दीन औवैसी भी इस कोड के विरोधी हैं.

उदाहरण के लिए अगर यह कोड लागू होता है तो एक मुस्लिम व्यक्ति 4 शादी नहीं कर सकेगा.

तलाक, भरण-पोषण और एडॉप्शन संबंधी अधिकारों पर भी इसका असर पड़ेगा. 

हिंदू समेत दूसरे धार्मिक समुदायों को इस कानून पर ऐतराज नहीं है. हालांकि कुछ आदिवासी जनजातियां इसके विरोध में हैं.

अगर मुस्लिम समुदाय का साथ मिले, तभी यह कानून, कानून बन सकता है. 

सुप्रीम कोर्ट के ही एक अन्य अधिवक्ता आनंद मिश्र ने कहा कि UCC लागू न हो पाने की सबसे बड़ी वजह, राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी है.