Nov 9, 2024, 12:36 PM IST

रतन टाटा ने शांतनु नायडू को विदेश में पढ़ाई के लिए कितना लोन दिया था?

Jaya Pandey

शांतनु नायडू के रतन टाटा के साथ बेहद घनिष्ठ संबंध थे. दोनों के बीच उम्र का काफी फासला होने के बावजूद बेहद गहरी दोस्ती थी. कुत्तों से प्रेम से शुरू हुआ उनका रिश्ता गहरे संबंध में बदल गया. 

इंजीनियरिंग इंटर्न से रतन टाटा के भरोसेमंद जनरल मैनेजर बनने तक की शांतनु नायडू की यात्रा बेहद दिलचस्प है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि रतन टाटा ने शांतनु की विदेश पढ़ने में भी मदद की थी.

शांतनु नायडू ने सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री हासिल की है. उसके बाद उन्होंने कॉर्नेल यूनिवर्सिटी के जॉनसन ग्रेजुएट स्कूल ऑफ मैनेजमेंट से एमबीए किया.

कॉलेज की ऑफिशियल वेबसाइट के अनुसार 2024 में कॉर्नेल विश्वविद्यालय में इस कोर्स की पढ़ाई करने की कीमत लगभग  1.3 करोड़ रुपये से 1.4 करोड़ रुपये है.

रतन टाटा ने शांतनु नायडू को कॉर्नेल यूनिवर्सिटी में एमबीए की पढ़ाई के लिए पर्सनल लोन दिया था, जिसे उन्होंने अपनी वसीयत में माफ कर दिया है. इसके अलावा शांतनु के स्टार्टअप गुडफेलो में भी रतन टाटा ने अपनी हिस्सेदारी छोड़ दी है.

शांतनु नायडू का स्टार्टअप भारत में अकेले रहने वाले बुजुर्गों की मदद से जुड़ा हुआ है. साल 2018 से नायडू टाटा के ऑफिस में जनरल मैनेजर के पद पर हैं और रतन टाटा के मार्गदर्शन में कई पहलों पर काम कर रहे थे.

नायडू ने हार्पर कॉलिन्स द्वारा 2021 में प्रकाशित पुस्तक आई केम अपॉन ए लाइटहाउस भी लिखी है जिसमें उन्होंने रतन टाटा के साथ बिताए अपने समय की कहानियां शेयर की है.