Sep 28, 2024, 03:30 AM IST

13वीं रैंक लाकर भी IAS क्यों नहीं बन पाई ये लड़की

Kuldeep Panwar

IAS बनने का सपना हर साल लाखों में से कुछ ही युवा पूरा कर पाते हैं. ऐसे में कोई युवा सफल होने के बाद भी IAS बनने से इंकार कर दे तो?

हम आपको बताने जा रहे हैं ऐसी ही एक लड़की की कहानी, जो UPSC Exam में पूरे देश में 13वीं रैंक लाकर भी IAS अफसर नहीं बनी थीं.

ये लड़की हैं विदुषी सिंह, जिन्होंने बिना किसी कोचिंग के सेल्फ स्टडी के बावजूद महज 21 साल की उम्र में पहले ही प्रयास में UPSC क्लियर किया था.

यूपीएससी 2022 में पहले प्रयास में AIR 13 रैंक पाने के बाद विदुषी ने IAS या IPS बनने के बजाय IFS यानी इंडियन फॉरेन सर्विस को चुना था.

विदुषी सिंह का परिवार मूल रूप से उत्तर प्रदेश के अयोध्या का रहने वाला है, लेकिन वे राजस्थान के जोधपुर में पैदा हुईं और वहीं पली-बढ़ी हैं. 

विदुषी ने UPSC की तैयारी करते हुए दिल्ली यूनिवर्सिटी के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से साल 2021 में इकोनॉमिक्स में बीए ऑनर्स किया था.

2022 में विदुषी ने पहली बार यूपीएससी एग्जाम में अपना भाग्य आजमाया और सेल्फ स्टडी के बल पर प्री, मेन्स व इंटरव्यू को क्रैक कर दिखाया.

विदुषी के 13वीं रैंक आने के बावजूद IAS या IPS के बजाय IFS को चुनने का कारण उन्होंने एक इंटरव्यू में मीडिया से साझा किया था.

दरअसल विदुषी के दादा-दादी का सपना था कि वे विदेश सेवा का अधिकारी बनकर वहां भारत का नाम रोशन करने के लिए काम करें.

विदुषी ने कहा था उनके लिए दादा-दादी का सपना किसी भी दूसरे पद से ज्यादा महत्वपूर्ण था. इसीलिए उन्होंने IFS को चुना था.

विदुषी ने सेल्फ स्टडी के बावजूद सफल होने का गुर मेहनत और सब्जेक्ट पर फोकस करना बताया है. यूपीएससी में उन्होंने इकोनॉमिक्स को ही ऑप्शनल सब्जेक्ट चुना था.