प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स के बीच खान सर का सिक्का बोलता है. वह पढ़ाने के अलावा छात्रों को मोटिवेट करने में भी कोई कसर नहीं छोड़ते.
अगर आपने खान सर की बात मान ली तो आपको यूपीएससी जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं में टॉप करने से कोई नहीं रोक सकता.
खान सर के मुताबिक टॉपर्स के लिए कितना पढ़ना है, यह मायने ही नहीं रखता बल्कि उनके लिए मायने यह रखता है कि पढ़ना क्या है.
उन्होंने कहा कि रेगिस्तान में आप 20 फीट खोदिये या 40 फीट खोदिये, पानी नहीं निकलेगा. इसी तरह से मेहनत का फल तभी मिलता है तब मेहनत सही दिशा में किया जाए.
खान सर ने कहा कि टॉपर्स की एक ही कॉमन आदत होती है कि वह जिस चीज को पढ़ चुके हैं उसे वह कंप्लीट पढ़ चुके हैं.
'आप देखिए यूपीएससी ऐसे-ऐसे लड़के निकाल लेते हैं जिसने इंजीनियरिंग या मेडिकल किया होता है लेकिन उनको इतिहास-भूगोल का कोई अता-पता ही नहीं होता'
'लेकिन 6 महीना या 1 साल तैयारी करके वही लड़के टॉप कर ले जाते हैं क्योंकि उनके अंदर एक ही कॉमन चीज होती है कि जिस चीज को वो पढ़ लेते हैं आप उन्हें उसमें फंसा नहीं सकते'