2 बच्चों की परवरिश करते हुए कैसे IPS बनीं यह 'बालिका वधू'?
Jaya Pandey
अगर आपमें जुनून और दृढ़ संकल्प है तो लाख मुश्किलों के बाद भी आप सफल ही होंगे. आपके जीवन की परेशानियां आपको और ज्यादा मजबूत बना देती हैं.
कुछ लोग बेहद कम उम्र में अपने जीवन के सबसे मुश्किल हालत से गुजरते हैं, फिर भी उनका आत्मविश्वास उन्हें ऊपर उठने और अपनी मंजिल हासिल करने में मदद करता है.
आईपीएस एन अंबिका की कहानी भी कुछ ऐसी ही है. जिनका जीवन काफी चुनौतियों से भरा रहा.
14 साल की छोटी उम्र में उनकी शादी तमिलनाडु के एक पुलिस अफसर से हुई और 18 साल की उम्र में उनके दो बच्चे भी हो गए.
एक दिन गणतंत्र दिवस की परेड के दौरान उन्होंने अपने पति को आईपीएस अधिकारियों को सलामी देते हुए देखा और इसी घटना ने उन्हें आईपीएस बनने के लिए प्रेरित किया.
उन्होंने पढ़ाई शुरू की. 10वीं-12वीं के बाद ग्रेजुएशन पूरा किया और यूपीएससी की तैयारी के लिए चेन्नई निकल पड़ीं.
इस दौरान बच्चों की देखभाल का जिम्मा उनके पति ने उठाया. लेकिन अंबिका के लिए यहां से आगे का रास्ता भी आसान नहीं था. अपने तीन प्रयास में वह असफल रहीं.
उनके पति ने उन्हें वापस लौटने की सलाह दी. लेकिन उन्होंने फिर से हिम्मत जुटाई और 2008 में अपने चौथे प्रयास में सफल हुईं.
आज एन.अंबिका मुंबई पुलिस उपायुक्त हैं और महाराष्ट्र कैडर में तैनात हैं और अपने जैसे सपने देखने वाले लोगों के लिए प्रेरणास्रोत हैं.