अंग्रेजों के जमाने के हैं ये 8 कॉलेज, पढ़ाई में आज भी हैं बेस्ट
Jaya Pandey
आज हम आपको देश के उन कॉलेजों के बारे में बताएंगे जो ब्रिटिश शासन के दौर में स्थापित हुए थे और आज भी पढ़ाई-लिखाई में बेस्ट हैं.
पश्चिम बंगाल का सेरामपुर कॉलेज हायर एजुकेशन के लिए भारत का सबसे पुराना संस्थान है. इसकी स्थापना डेनिश मिशनरियों ने धर्म की पढ़ाई के लिए की थी लेकिन बाद में इसमें धर्मनिरपेक्ष विषयों को भी शामिल किया गया.
हिंदू कॉलेज के नाम से स्थापित कोलकाता का प्रेसीडेंसी कॉलेज भारत के सबसे प्रतिष्ठित संस्थानों में से एक है. इस कॉलेज ने भारत के बौद्धिक पुनर्जागरण में अहम भूमिका निभाई.
कोलकाता के स्कॉटिश चर्च कॉलेज की स्थापना स्कॉटिश मिशनरी अलेक्जेंडर डफ ने की थी. यह भारत के सबसे पुराने क्रिश्चन लिबरल आर्ट और साइंस कॉलेजों में से एक है.
आगरा कॉलेज उत्तर भारत के पुराने कॉलेजों में से एक है. ब्रिटिश शासन के दौरान स्थापित यह भारत में बढ़ते शैक्षिक नेटवर्क का एक अनिवार्य हिस्सा है.
मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज की स्थापना स्कॉटिश मिशनरियों ने 1837 में की थी. यह भारत के सबसे पुराने कॉलेजों में से एक है जो लिबरल आर्ट्स, साइंस और कॉमर्स प्रोग्राम का कोर्स ऑफर करता है.
दिल्ली कॉलेज को अब जाकिर हुसैन कॉलेज के नाम से जाना जाता है. इसे मुगल काल के दौरान स्थापित किया गया था और बाद में यह ब्रिटिश शासन के तहत आधुनिक शिक्षा का एक महत्वपूर्ण केंद्र बन गया.
मुंबई के विल्सन कॉलेज की स्थापना स्कॉटिश मिशनरी जॉन विल्सन ने की थी. पश्चिमी भारत के सबसे पुराने संस्थानों में से एक यह लिबरल आर्ट्स और साइंस के एजुकेशन में अपने योगदान के लिए जाना जाता है.
एल्फिंस्टन कॉलेज मुंबई में स्थित है. इसका नाम ब्रिटिश गवर्नल माउंट स्टुअर्ट एलफिंस्टन के नाम पर रखा गया और यह शिक्षा का एक अहम केंद्र बन गया.