नियमित पढ़ना- पढ़ने से ज्ञान और मस्तिष्क की कार्यक्षमता दोनों बढ़ती है. अपनी शब्दावली और एनालिटिकल एबिलिटी का विस्तार करने के लिए पढ़ाई की अलग शैलियों और विषयों का चयन करें.
नई भाषा सीखना- किसी नई भाषा में निपुणता हासिल करने से मस्तिष्क को चुनौती मिलती है. हमारी स्मृति, समस्या समाधान और दिमाग की सोचने की क्षमता में बढ़ोतरी होती है.
एक्सरसाइज करना- एक्सरसाइज से मस्तिष्क में रक्त प्रवाह बढ़ता है जिससे समय के साथ स्मृति, ध्यान और आलोचनात्मक सोच में वृद्धि होती है.
माइंसफुलनेस का अभ्यास करना- रोजाना ध्यान करने से आपकी एकाग्रता में सुधार होता है और मानसिक स्पष्टता में बढ़ोतरी होती है जो हाई आईक्यू के लिए बेस्ट है.
पहेलियां और दिमागी खेल- सुडोकू, क्रॉसवर्ड और पहेलियां मस्तिष्क के विभिन्न भागों को उत्तेजित करती हैं जिससे आईक्यूऔर मानसिक चपलता में सुधार होता है.
भरपूर नींद- हाई आईक्यू पाने के लिए भरपूर नींद लेनी भी जरूरी है. नींद ही आपकी मेमोरी को बढ़ाने, प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल और मेंटल प्रोसेसिंग में सहायक होता है.
जिज्ञासा और सीखने की ललक- अपनी जिज्ञासा को कम न होने दें और अपना ज्ञान बढ़ाने के लिए मस्तिष्क को निरंतर व्यस्त रखें और प्रतिदिन नई चीजें सीखने की कोशिश करें.
कोई म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट बजाना- किसी वाद्ययंत्र को बजाने से स्मरण शक्ति और समन्वय बढ़ता है और आपके दिमाग की क्षमताओं का भी विकास होता है.