देश की किस सरहद की कौन सी सुरक्षाबल करती है रक्षा?
Jaya Pandey
भारत में सीमाओं की सुरक्षा के लिए इंडियन आर्मी के साथ-साथ पैरामिलिट्री फोर्सेस भी तैनात है. आज हम आपको बताएंगे कि देश के किस सरहद की कौन सी सुरक्षाबल रक्षा करती है.
म्यांमार बॉर्डर की सुरक्षा की जिम्मेदारी असम राइफल्स की है. इसे ‘पूर्वोत्तर का प्रहरी’ और ‘पर्वतीय लोगों का मित्र’ भी कहा जाता है. नॉर्थ ईस्ट के लोगों को राष्ट्रीय मुख्यधारा में लाने में इनकी भूमिका सराहीय है.
नेपाल बॉर्डर को सिक्योर करने की जिम्मेदारी सशस्त्र सीमा बल एसएसबी की है. नेपाल सीमा से हथियारों, गोला-बारूद की तस्करी और देश विरोधी तत्वों की अवैध रूप से भारत में आवाजाही जैसे खतरे को रोकने में ये अहम भूमिका निभाते हैं.
चीन बॉर्डर को सिक्योर करने की जिम्मेदारी आईटीबीपी इंडो तिब्बतन बॉर्डर पुलिस की है. इसका काम सीमा पार अपराधों, तस्करी, और अनधिकृत प्रवेश को रोकना है.
सीमा सुरक्षा बल बीएसएफ पाकिस्तान और बांग्लादेश के साथ लगने वाली सीमाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालती है. इसका गठन 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के मद्देनजर भारत की सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए किया गया था.
समुद्र की निगरानी की जिम्मेदारी इंडियन कोस्ट गार्ड की है. यह रक्षा मंत्रालय के अधीन काम करता है. यह सुरक्षाबल भारतीय नौसेना , मत्स्य विभाग , राजस्व विभाग (सीमा शुल्क), केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल और राज्य पुलिस सेवाओं के साथ मिलकर काम करती है.
देश के आंतरिक स्थिति को संभालने की जिम्मेदारी सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स यानी सीआरपीएफ की है. चुनाव के दौरान और नक्सलियों के खिलाफ अभियान में इन्हें ही लगाया जाता है.
टूरिस्ट और इंडस्ट्रियल एरिया की सुरक्षा की जिम्मेदारी इंडियन इंडस्ट्रियल सेफ्टी फोर्स यानी CISF की होती है. यह सुरक्षा बल एयरपोर्ट, मेट्रो, बंदरगाह की सुरक्षा भी करते हैं.