Sep 16, 2024, 11:35 AM IST

UPSC को क्यों माना जाता है भारत का सबसे मुश्किल Exam?

Jaya Pandey

यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा को देश की सबसे मुश्किल परीक्षाओं में से एक माना जाता है. आगे की स्लाइड्स में हम आपको बताएंगे कि आखिर ऐसा क्यों है?

यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा का पाठ्यक्रम काफी विस्तृत है जिसमें इतिहास, अर्थशास्त्र, विज्ञान, भूगोल, राजनीतिक विज्ञान जैसे कई विषयों से सवाल पूछे जाते हैं.

यूपीएससी की चयन प्रक्रिया लंबी है. कैंडिडेट्स को 3 चरणों प्रारंभिक, मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू से गुजरना पड़ता है. यह प्रक्रिया 1 साल से भी ज्यादा समय तक चलती है.

यूपीएससी सीएसई में काफी प्रतिस्पर्धा होती है जिसमें सीमित संख्या में वैकेंसी निकलती है और उम्मीदवारों को चयन प्रक्रिया के सभी चरणों में अच्छा प्रदर्शन करना जरूरी होता है.

यूपीएससी के एग्जाम में शामिल होने के प्रयास भी सीमित हैं. सामान्य वर्ग के लिए सिर्फ 6 प्रयासों की सीमा है. किसी भी चरण में फेल होने पर कैंडिडेट को शुरुआत से तैयारी करनी पड़ती है.

यूपीएससी अपने अप्रत्याशित एग्जाम पैटर्न के लिए जाना जाता है. इस एग्जाम को रटने की बजाय अपने ज्ञान का इस्तेमाल करने और सोचने की क्षमता का परीक्षण के लिए डिजाइन किया गया है. 

यूपीएससी की प्रीलिम्स परीक्षा में निगेटिव मार्किंग भी होती है. गलत जवाब से अंकों में कटौती होती है. यह परीक्षा सिर्फ ज्ञान नहीं बल्कि सटीकता और रणनीतिक निर्णय लेने की भी मांग करती है.

मुख्य परीक्षा वस्तुनिष्ठ प्रकृति की होती है जिसमें उम्मीदवारों को स्पष्ट उत्तर लिखने की जरूरत होती है. इसमें विषयों की गहरी समझ और अपने विचारों को स्पष्ट रूप से व्यक्त करने की क्षमता का टेस्ट होता है.