डायबिटीज का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है. इसके पीछे की वजह खराब लाइफस्टाइल, खानपान और बिना वर्कआउट वाली दिनचर्या है. इसकी वजह से अंदर ही अंदर डायबिटीज जैसी घातक बीमारी पनप जाती है.
डायबिटीज मरीज इस बीमारी को कंट्रोल करने के लिए आयुर्वेदिक और देशी नुस्खों को अपनाते हैं. ऐसा ही एक नुस्खा किचन में रखें 5 मसालों का कॉम्बिनेशन है.
खाने में स्वाद बढ़ाने वाली मेथी डायबिटीज में किसी रामबाण नुस्खे से कम नहीं है. मेथी या इसके पानी का नियमित सेवन करने पर हाई से हाई ब्लड शुगर भी आसानी से कंट्रोल हो जाता है. ब्लड शुगर पर काबू पाने के लिए यह बहुत ही फायदेमंद मसालों में से एक है.
किचन में मसालों की जान कही जाने वाली दालचीनी में हल्की मिठास होती है. यह डायबिटीज मरीजों में मीठे की क्रेविंग को शांत करती है. सिर्फ एक चुटकी दालचीनी खाने से ही डायबिटीज कंट्रोल में हो जाता है. यह नेचुरल इंसुलिन का काम करती है. इसे मेथी से लेकर तेज पत्ता के साथ मिलाकर खाने पर फायदे बढ़ जाते हैं.
किचन में रखा सुखा सा तेज पत्ता आयुर्वेद में किसी औषधि से कम नहीं है. यह कई सारे पोषक तत्वों से भरपूर होता है. यह हाई ब्लड शुगर को मिनटों में कंट्रोल कर देता है. इतना ही नहीं नहीं एक्सपर्ट्स का दावा है कि दवा के साथ उसके कुछ मिनट बाद तेज पत्ता खाने से ब्लड शुगर तेजी से गिरता है.
छोटी सी दिखने वाली लौंग बेहद गुणकारी होती है. लौंग इस्तेमाल खाने से लेकर पूजा अर्चना, दवाई और ब्यूटी प्रोडक्ट्स में भी किया जाता है. लौंग की चाय या फिर पानी पीने से यह ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है.
सौंठ की तासीर गर्म होती है. इसे गर्मी में ज्यादा खाने से बचना चाहिए. हालांकि इसे इन 4 मसालों में मिलाकर खाने से गुण और भी बढ़ जाते हैं. इसकी एक चुटकी डायबिटीज को आसानी से कंट्रोल कर देती है. खून में मौजूद अधिक शुगर को अवशोषित कर लेती है.
इन 5 मसालों को एक साथ मिलाकर खाना ज्यादा फायदेमंद होता है, लेकिन मिक्स करने से पहले सभी मसालों को अच्छे से पीसकर पाउडर बना लें. इसमें सभी मसालों को बराबर मात्रा में डालें. स्वाद ज्यादा तलख है तो मेथी, सौंठ या फिर लौंग को थोड़ी कम मात्रा में डाल सकते हैं. डायबिटीज के मरीज ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए इसे हर दिन सोने से पहले गुनगुने पानी के एक चम्मच से भी कम मसाले की फंकी मार लें. खाली पेट भी इसका सेवन कर सकते हैं.