फैटी लिवर होने का मतलब है लिवर की कोशिकाओं में अतिरिक्त वसा का जमना, जिससे सूजन और घाव हो जाते हैं.
फैटी लिवर का इलाज तुरंत न हो तो गंभीर हो सकता है, हेपेटाइटिस से लेकर लिवर सिरोसिस और लिवर फेल तक होने की समस्या हो जाती है, इसलिए लिवर के फैटी होने पर कुछ चीजें जरूर खानी शुरू कर दें.
सेब का सिरका लीवर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है. यह लिवर को स्वस्थ बनाने में मदद करता है.
नींबू विटामिन सी से भरपूर होता है, जो एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है और लीवर कोशिकाओं को मुक्त कणों से होने वाली क्षति को रोक सकता है.
हल्दी में करक्यूमिन नामक तत्व होता है जो गैर-अल्कोहल फैटी लीवर रोग की स्थिति में लीवर कोशिकाओं की रक्षा कर सकता है.
आंवला विटामिन सी से भरपूर होता है जो लिवर को साफ रखने और उसे किसी भी अन्य क्षति से बचाने में मदद करता है.
फैटी लीवर के लिए दालचीनी सबसे कारगर औषधि है. इसके सूजन-रोधी गुण अधिक शराब के कारण होने वाली लीवर की सूजन को कम करते हैं.
कच्चा लहसुन खाएं: लहसुन में एलिसिन नामक यौगिक होता है जो लिवर में सूजन को कम करता है
अधिक फलियां, हरी सब्जियां, फल और अखरोट खाएं क्योंकि ये फाइबर से भरपूर होते हैं और इनमें असंतृप्त वसा, एंटीऑक्सिडेंट, खनिज और विटामिन होते हैं .
पर्याप्त पानी पीने से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद मिलती है. इससे पाचन आसान हो जाता है और लीवर और किडनी पर बोझ कम हो जाता है.