Sep 16, 2024, 11:19 PM IST

यूरिक एसिड को गला देंगी ये 5 आयुर्वेदिक जड़ी बूटी

Smita Mugdha

शरीर में यूरिक एसिड का लेवल बढ़ने से आपको गाउट या किडनी की पथरी की समस्या हो सकती है. 

इस अपशिष्ट पदार्थ को बाहर निकालने  इसके लक्षणों को कम करने के लिए आयुर्वेदिक तरीके भी हैं. 

भीभीतकी, हरीतकी और आंवला से बना मिश्रण त्रिफला यूरिक एसिड का बढ़िया उपचार है.

नीम में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो इसे गाउट के उपचार के लिए एक बढ़िया जड़ी बूटी बनाते हैं.

हल्दी में करक्यूमिन होता है, जिसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं. यह गठिया का असरदार इलाज है.

गिलोय को ज्वरनाशक जड़ी बूटी कहा जाता है, यह शरीर में एक्स्ट्रा यूरिक एसिड को बेअसर करने के लिए जाना जाता है.

हर्बल दवाओं में अदरक भी मिलाया जाता है, जिसमें हाई यूरिक एसिड को कम करने के ताकत होती है.

भारत में कई तरह की जड़ी-बूटियां मिलती हैं जिनका इस्तेमाल आर्युवेद में रोगों को ठीक करने के लिए किया जाता है.

भारत में मिलने वाली कुछ जड़ी-बूटियों की कीमत लाखों रुपये तक में भी होती है.